प्रेमचंद युग कहानीकार MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for प्रेमचंद युग कहानीकार - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 17, 2025
Latest प्रेमचंद युग कहानीकार MCQ Objective Questions
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प्रेमचंद युग कहानीकार Question 1:
प्रकाशन वर्ष के अनुसार निम्नलिखित कहानियों का सही अनुक्रम है:
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 1 Detailed Solution
उपर्युक्त कहानियों का अनुक्रम "एक टोकरी भर मिट्टी, उसने कहा था, राजा निरबंसिया, परिंदे" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
Mistake Pointsपरिंदे का लेखन वर्ष : 1956
परिंदे का प्रकाशन वर्ष : 1958/ 60
- परिंदे (1956) कहानी के प्रमुख पात्र:-
- लतिका- इस कहानी की नायिका या केन्द्र बिन्दु यही है। सुधा- होस्टल में शायद वह सबसे अधिक लोकप्रिय लड़की।
- जूली- होस्टल की लड़की, जिसका प्रेमपत्र लतिका के हाँथ लग गया है।
- करीमुद्दीन- होस्टल का नौकर, मिलिट्री में अर्दली रह चुका था।
- राजा निरबंसिया कहानी के प्रमुख पात्र :-
- जगपती- चन्दा का पति
-
चन्दा- जगपती की पत्नी
- दयाराम- जगपती का रिश्तेदार (दूर रिश्ते का भाई)
- बचनसिंह- कस्बे के अस्पताल का कम्पाउण्डर
- भटियारिन- राजा निरबंसिया की रानी ही भटियारिन बनकर राजा निरबंसिया से मिलने जाती है।
- उसने कहा था कहानी के प्रमुख पात्र :-
- इस कहानी का मुख्य पात्र लहना सिंह है।
- सूबेदार हजारा सिंह , सूबेदारनी , बोधा सिंह , वजीरा सिंह आदि अन्य उल्लेखनीय पात्र हैं।
- लहना सिंह में प्रेम , त्याग , बलिदान, विनोद वृत्ति , बुद्धिमत्ता एवं सतर्कता आदि विविध गुण मिलते हैं।
- एक टोकरी भर मिट्टी
- यह कहानी वर्ग भेद पर आधारित है। इसमें एक गरीब के शोषण का चित्रण है।
- इस कहानी में अहंकार और स्वार्थ का चित्रण जमींदार के रूप में किया गया है।
- एक गरीब बुजुर्ग महिला द्वारा जमींदार का हृदय परिवर्तन होना दिखाया गया है।
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 2:
"किसी श्रीमान जमींदार के महल के पास एक गरीब अनाथ विधवा की झोपड़ी थी। जमींदार को अपने महल का हाता उस झोपड़ी तक बढ़ाने की इच्छा हुई। "
उपर्युक्त पंक्तियाँ किस कहानी की प्रारंभिक पंक्तियाँ हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 2 Detailed Solution
"किसी श्रीमान जमींदार के महल के पास एक गरीब अनाथ विधवा की झोपड़ी थी। जमींदार को अपने महल का हाता उस झोपड़ी तक बढ़ाने की इच्छा हुई। "
यह पंक्तियाँ एक टोकरी भर मिट्टी से लिया गया है।
Key Pointsएक टोकरी भर मिट्टी-
- प्रकाशन वर्ष-1901ई.
- विधा-कहानी
- रचनाकार-माधवराव सप्रे
- पात्र-जमींदार, अनाथ विधवा।
- विषय-
- यह एक बहुत ही छोटी और कर्तव्य श्रेष्ठ कहानी है।
- यह कहानी आज के यथार्थ से जुड़ी हुई है।
- यह कहानी वर्ग भेद पर आधारित है। इसमें एक गरीब के शोषण का चित्रण है।
- इस कहानी में अहंकार और स्वार्थ का चित्रण जमींदार के रूप में किया गया है।
- एक गरीब बुजुर्ग महिला द्वारा जमींदार का हृदय परिवर्तन होना दिखाया गया है।
Additional Informationअन्य कहानियाँ और उनके रचनाकार-
रचना | प्रकाशन वर्ष | विधा | रचनाकार |
पूस की रात | 1930ई. | कहानी | प्रेमचंद |
संवदिया |
1966ई. |
कहानी | फणीश्वरनाथ रेणु |
ठाकुर का कुआं |
1934ई. |
कहानी |
प्रेमचंद |
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 3:
'आकाशदीप' कहानी के वर्ण्य विषय हैं?
A. आत्मसमर्पण
B. पिता की हत्या का प्रतिशोध
C. प्रच्छन्न प्रेम
D. पुरुष की निरंकुशता
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 3 Detailed Solution
'आकाशदीप' कहानी के वर्ण्य विषय हैं- केवल B (पिता की हत्या का प्रतिशोध) और C (प्रच्छन्न प्रेम)
- जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित ‘आकाशदीप’ कहानी ऐतिहासिक धरातल पर आधारित है।
Mistake Points'आकाशदीप’ कहानी का अंश-
- चम्पा के पिता वणिक मणिभद्र के प्रहरी के रूप में दस्युओं मुकाबला करते हैं
- और सात दस्युओं को मारकर जल समाधि ले लेते हैं।
- चम्पा को लगता था कि उसके पिता की हत्या बुद्धगुप्त ने की थी,
- इसलिए बुद्धगुप्त के प्रति उसके हृदय में प्रेम होने पर भी वह पिता के हत्यारे के साथ वह विवाह नहीं कर सकती।
Key Pointsआकाशदीप-
- रचनाकार- जयशंकर प्रसाद
- विधा- कहानी
- प्रकाशन वर्ष-1929 ई.
- मुख्य पात्र-
- चम्पा, बुद्धगुप्त, मणिभद्र, जया आदि।
- विषय-
- एक असफल प्रेम कहानी को अत्यंत मार्मिक ढंग से उकेरा गया है।
Important Pointsजयशंकर प्रसाद-
- जन्म-1889-1937 ई.
- हिन्दी कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे।
- वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
- कहानी संग्रह-
- छाया-1912 ई.
- प्रतिध्वनि- 1926 ई.
- आँधी-1931 ई.
- इन्द्रजाल-1936 ई.
- काव्य रचनाएँ-
- प्रेम-पथिक - 1909 ई.
- कानन कुसुम - 1913 ई.
- झरना - 1918 ई.
- आँसू - 1924 ई.
- लहर- 1935 ई.
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 4:
प्रेमचंद की पहली हिन्दी कहानी का क्या नाम था?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 4 Detailed Solution
- पञ्च परमेश्वर - ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित
- प्रेमचन्द की प्रथम कहानी।
Important Points
- प्रेमचंद की अन्य कहानियां -
- नमक का दरोगा - 1913
- बूढी काकी - 1920
- सौभाग्य के कोढ़े- 1924
- पूस की रात - 1930
- सद्गति - 1930
- दो बैलों की कथा - 1931
Additional Information
- प्रेमचंद - कहानी सम्राट
- लगभग 300 कहानियां जो मानसरोवर नाम से 8 भागों में संकलित हैंI
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 5:
प्रसाद का प्रथम कहानी संग्रह है:-
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 5 Detailed Solution
"प्रसाद" का प्रथम कहानी संग्रह "छाया" हैं। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) छाया सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
- छाया
- रचनाकार :- जयशंकर प्रसाद
- रचना वर्ष :- 1912 ईस्वी
Important Points
- जयशंकर प्रसाद की कहानी संग्रह
- छाया (1912), प्रतिध्वनि (1926), आकाशदीप (1928), आंधी (1931), इंद्रजाल (1936)
- जयशंकर प्रसाद की चर्चित कहानियां
- पत्थर की पुकार, उस पार का योगी, चंदा, देवदासी, ममता, खंडहर की लिपि, घीसू, चूड़ी वाली, विसाती , सालवती, मधुआ, नूरी, पुरस्कार, गुंडा, छोटा , जादूगर
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 6:
शराबी किसके पागलपन को भुलाने के लिए शराब पीने लगता है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 6 Detailed Solution
- अमीर कंगाल हो जाते हैं। बड़े-बड़ों के घमंड चूर धूल में मिल जाते हैं।
- तब भी दुनियाँ बड़ी पागल है।
- मैं उसके पागलपन को भुलाने के लिए शराब पीने लगता हूँ, सरकार! नहीं तो यह बुरी बला कौन अपने गले लगाता!
Additional Informationमधुआ:-
- लेखक- जयशंकर प्रसाद
- विधा- कहानी
- प्रमुख पात्र- शराबी, बालक मधुआ, ठाकुर सरदार सिंह।
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 7:
निम्नलिखित में से कौनसी कहानी प्रेमचंद ने नहीं लिखी?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 7 Detailed Solution
प्रेमचंद ने मधुआ कहानी नहीं लिखी।
यह कहानी जयशंकर प्रसाद की है।
Key Points प्रेमचंद-(1880-1936)
- उपन्यास सम्राट के नाम से जाने जाते हैं।
- प्रेमचंद ने लगभग 150 कहानियाँ लिखीं।
- प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
प्रमुख रचनाएँ-
- सेवासदन (1918)
- प्रेमाश्रम (1922)
- रंगभूमि (1924)
- निर्मला (1925)
- कायाकल्प (1927)
- गबन (1928)
- कर्मभूमि (1932)
- गोदान (1936) आदि।
Additional Information प्रेमचंद की कहानिया-
- ईदगाह-1933 ई.
- बलिदान
- बड़े घर की बेटी- 1910ई.
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 8:
'बड़े घर की बेटी' कहानी का क्या उद्देश्य है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 8 Detailed Solution
'बड़े घर की बेटी' कहानी का उद्देश्य है-घर-परिवार को बिखरने से बचाना।
- इस कहानी में पारिवारिक संबंधों को बचाए रखने की बात कही गयी है।
Key Pointsबड़े घर की बेटी-
- रचनाकार-प्रेमचन्द
- विधा-कहानी
- प्रकाशन वर्ष-1910 ई.
- यह कहानी जमाना पत्रिका में प्रकाशित हुई थी।
- मुख्य पात्र-
- आनंदी,श्रीकंठ,लालबिहारी आदि।
- विषय-
- लेखक ने एक आदर्श बेटी,जो किसी घर में बहू बनकर जाती है, उसके कर्तव्य को भली-भाँति प्रस्तुति दी है।
- बहू उस घर को टूटने से बचाती है।
- यहाँ आनंदी ने अपने देवर के अपराध को क्षमा किया,अपने विवेकपूर्ण निर्णय से घर को बिखरने से बचा लिया ।
- अच्छे संस्कारों वाली बेटी अपने पीहर और ससुराल दोनों का मान रखती है,प्रेमचन्दजी ने आनंदी के चरित्र से समझदारी रखने का उद्देश्य व्यक्त किया है।
Important Pointsप्रेमचन्द-
- जन्म-1880-1936 ई.
- अन्य नाम-धनपत राय,नवाब राय
- मुख्य कहानियाँ-
- नमक का दरोगा(1913 ई.),सौत(1915 ई.),पंच परमेश्वर(1916 ई.),बूढी काकी(1921 ई.),सवा सेर गेंहू(1924 ई.),कफन(1936 ई.) आदि।
Additional Informationकहानी का सार-
- इस कहानी में स्त्रियों के मनोभवों को चित्रित किया गया है।
- स्त्रियाँ एकल परिवार का समर्थन करती है,इसमें श्रीकंठ आनंदी के एकल होने की बात पर नाराज हो जाता है।
- आनंदी का उदार व्यक्तितव दिखाया गया है।
- आदर्शपूर्ण कहानी है।
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 9:
'ईदगाह' कहानी में व्यक्त हुए हैं:
A. सांप्रदायिक सौमनस्य
B. बाल मनोविज्ञान
C. मातृ वात्सल्य
D. राजनीतिक चेतना
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 9 Detailed Solution
'ईदगाह' कहानी में व्यक्त हुए हैं:-
- बाल मनोविज्ञान
- मातृ वात्सल्य
Key Pointsईदगाह-
- रचनाकार-प्रेमचंद
- प्रकाशन वर्ष-1922ई.
- विधा-कहानी
- मुख्य-
- ईदगाह प्रेमचंद की उर्दू में लिखी हुई कहानी है।
- यह प्रेमचंद की सुप्रसिद्ध कहानियों में एक है।
- इस में एक अनाथ बालक की कहानी बताई गई है।
Additional Informationप्रेमचंद-
- जन्म-1880-1936 ई.
- प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने हिन्दी समाचार पत्र जागरण तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन किया।
- प्रमुख रचनाएँ-
- बड़े घर की बेटी
- सौत
- सज्जनता का दण्ड
- पंच परमेश्वर
- नमक का दारोग़ा
- उपदेश
- परीक्षा आदि।
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 10:
प्रेमचंद की कहानियाँ के संकलन का नाम क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग कहानीकार Question 10 Detailed Solution
प्रेमचंद की कहानियाँ के संकलन का नाम मानसरोवर है।
- मानसरोवर (कथा संग्रह) प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहानियों का संकलन है।
- उनके निधनोपरांत मानसरोवर नाम से 8 खण्डों में प्रकाशित इस संकलन में उनकी दो सौ से भी अधिक कहानियों को शामिल किया गया है।
- मानसरोवर में शामिल कुछ कहनियाँ 'नमक का दारोगा', 'ईदगाह', 'पंच परमेश्वर', 'बूढ़ी काकी', 'अलगोझा', 'पूस की रात', 'ठाकुर का कुआँ', 'गिल्ली-डंडा' आदि हैं।
Key Points
- धनपत राय श्रीवास्तव (31 जुलाई 1880 - 8 अक्टूबर 1936) जो प्रेमचंद नाम से जाने जाते हैं,
- वो हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास तथा
- कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, बूढ़ी काकी, दो बैलों की कथा आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं।
Additional Information
ईदगाह:-
गोदान:-
कफ़न:-
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