दलित कहानीकार MCQ Quiz in मल्याळम - Objective Question with Answer for दलित कहानीकार - സൗജന്യ PDF ഡൗൺലോഡ് ചെയ്യുക
Last updated on Mar 17, 2025
Latest दलित कहानीकार MCQ Objective Questions
Top दलित कहानीकार MCQ Objective Questions
दलित कहानीकार Question 1:
‘वापसी’ किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 1 Detailed Solution
- ‘उषा प्रियंवदा’ वापसी कहानी की रचनाकार हैं। अतः सही विकल्प उषा प्रियंवदा है।
- इस कहानी में उन्होंने दो पीढ़ियों के बीच के अलगाव को दर्शाया है।
- इस कहानी के माध्यम से उन्होंने पारिवारिक विघटन को स्पष्ट किया है।
- इसके अतिरिक्त अन्य सभी नाम हिन्दी साहित्य के रचनाकार हैं।
Additional Information
- उषा प्रियवंदा की प्रसिद्ध रचनाएँ:-
- कहानी संग्रहः वनवास, कितना बड़ा झूठ, शून्य, जिन्दग़ी और गुलाब के फूल, एक कोई दूसरा, मेरी प्रिय कहानियाँ, संपूर्ण कहानियां।
- उपन्यासः - पचपन खंभे लाल दीवारे (1961) , रुकोगी नहीं राधिका (1967) , शेषयात्रा (1984) , अंतर्वंशी (2000) , भया कबीर उदास (2007) , नदी (2013)।
दलित कहानीकार Question 2:
निम्नलिखित में से सुभद्राकुमारी चौहान का कहानी संग्रह नहीं है
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 2 Detailed Solution
मोर्चाबंदी सुभद्रा कुमारी चौहान का कहानी संग्रह नहीं हैI मोर्चाबंदी कहानी संग्रह भगवती चरण वर्मा द्वारा रचित हैI
Key Points सुभद्राकुमारी चौहान-
- समयकाल-16 अगस्त 1904-15 फरवरी 1948 ई.
- जन्म स्थान- इलाहाबाद
- 1921ई. में गांधी जी के असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाली वह प्रथम महिला थीं I
- कहानी संग्रह-
- बिखरे मोती -1932ई.
- उन्मादिनी -1934 ई.
- सीधे-साधे चित्र -1947 ई.
Additional Informationभगवती चरण वर्मा
- समय काल- 30 अगस्त 1903 - 5 अक्टूबर 1981
- जन्म स्थान- उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में
- ‘चित्रलेखा’ उपन्यास पर दो बार फिल्म-निर्माण
- ‘भूले-बिसरे चित्र’ साहित्य अकादमी से सम्मानित
- पद्मभूषण से सम्मानित
- विचार नामक साप्ताहिक पत्रिका का प्रकाशन संपादन किया
-
कहानी-संग्रह-
- दो बांके 1936,
- मोर्चाबंदी,
- इंस्टालमेंट,
- मुगलों ने सल्तल्त बख्श दी
दलित कहानीकार Question 3:
सही युग्म का चयन कीजिए:-
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है- उपर्युक्त में एक से अधिक
Key Points
टुकड़ा टुकड़ा आदमी-
- रचनाकार :- मृदुला गर्ग
- विधा :- कथासंग्रह
- रचना वर्ष :- 1977
दलित कहानीकार Question 4:
मन्नू भंडारी का संग्रह नहीं है-
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 4 Detailed Solution
मन्नू भंडारी का संग्रह लंदन की एक रात नहीं है।
- लंदन की एक रात निर्मल वर्मा की कहानी है।
- जन्म - 3 अप्रैल 1931 ई.
- जन्म स्थान - भानपुरा, मध्य प्रदेश
- मृत्यु - 2021 ई.
- मुख्य - मन्नू भंडारी के बचपन का नाम महेंद्र कुमारी था।
- धर्मयुग में धारावाहिक के रूप में प्रकाशित उपन्यास आपका बंटी है।
- एक प्लेट सैलाब - (1968 ई.)
- मैं हार गई (1957 ई.)
- तीन निगाहों की एक तस्वीर (1968 ई.)
- यही सच है (1966 ई.)
- त्रिशंकु (1978 ई.)
- आंखों देखा झूठ
- अकेली
- आपका बंटी (1971 ई.)
- एक इंच मुस्कान
- महाभोज (1979 ई.)
- एक कहानी यह भी (2007 ई.)
- जलती झाड़ी (1965 ई.)
- पिछली गर्मियों में (1968 ई.)
- बीच बहस में (1973 ई.)
- कव्वे और काला पानी (1983 ई.)
- सुखा तथा अन्य कहानियां (1995 ई.)
- परिंदे (1960 ई.)
दलित कहानीकार Question 5:
मन्नू भंडारी की कहानी निम्न में से कौनसी नहीं है:-
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 5 Detailed Solution
"मलबे का मालिक" कहानी मन्नू भंडारी की नहीं है।
- मलबे का मालिक, मोहन राकेश की कहानी है।
- प्रमुख पात्र :-
- अब्दुल, गनी मियां, मनोरी, चिराग्दीन, रक्खा पहलवान, जुबेदा, किश्वर, सुल्ताना
मोहन राकेश की कहानी संग्रह निम्नलिखित हैं:-
- मन्नू भंडारी
- मैं हार गई (1957),यही सच है (1966), एक प्लेट सैलाब (1968), तीन निगाहों की एक तस्वीर (1968), त्रिशंकु (1978)
दलित कहानीकार Question 6:
"कामचोर" कहानी की रचयिता हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 6 Detailed Solution
"कामचोर" कहानी की रचयिता इस्मत चुगताई हैं।
Key Pointsइस्मत चुगताई-(1915-1991)
- इस्मत चुग़ताई भारत से उर्दू की एक लेखिका थीं।
- उन्हें ‘इस्मत आपा’ के नाम से भी जाना जाता है।
- वे उर्दू साहित्य की सर्वाधिक विवादास्पद और सर्वप्रमुख लेखिका थीं, जिन्होंने महिलाओं के सवालों को नए सिरे से उठाया।
प्रमुख रचनाएँ-
- चोटें, छुईमुई, एक बात, एक रात आदि।
Additional Information
महादेवी वर्मा-
- जन्म-(1907-1987ई.)
- महादेवी वर्मा हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं।
- आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है।
प्रमुख रचनाएँ-
- नीहार (1930)
- रश्मि (1932)
- नीरजा (1934)
- अग्निरेखा (1990) आदि।
उषा प्रियम्वदा-(1930)
- उषा प्रियंवदा प्रवासी हिंदी साहित्यकार हैं।
- कानपुर में जन्मी उषा प्रियंवदा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी साहित्य में एम.ए. तथा पी-एच. डी. की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अध्यापन किया।
- इसी समय उन्हें फुलब्राइट स्काॅलरशिप मिली और वे अमरीका चली गईं।
प्रमुख रचनाएँ-
-
वनवास, कितना बड़ा झूठ, शून्य, जिन्दग़ी और गुलाब के फूल(1961), एक कोई दूसरा(1966), फिर वसंत आया (1961), कितना बड़ा झूठ (1972) आदि।
जया जादवानी-(1959)
- जया जादवानी हिंदी की प्रमुख लेखिकाओं में से एक हैं।
- इन्होने हिंदी कहानी,नाटक,निबंध आदि विधाओ में रचनाएँ की।
प्रमुख रचनाएँ-
-
मैं शब्द हूँ, अनन्त सम्भावनाओं के बाद भी,उठाता है कोई एक मुट्ठी ऐश्वर्य (तीनों कविता-संग्रह) आदि।
दलित कहानीकार Question 7:
'सुभद्राकुमारी चौहान' का अंतिम कथा संग्रह है?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 7 Detailed Solution
सुभद्रा कुमारी चौहान का अंतिम कथा संग्रह - सीधे-साधे चित्र
Key Points
सीधे - साधे चित्र –
- रचनाकार - सुभद्रा कुमारी चौहान
- रचनाकाल - 1947 ई.
- अन्य - यह सुभद्रा कुमारी चौहान का अंतिम संग्रह है।
- इस संग्रह में कुल 14 कहानियां है।
- इसमें रूपा, कैलाशी नानी, बिआहा, कल्याणी, दो साथी, प्रोफ़ेसर मित्रा, दुराचारी व मंगला कहानियों की कथावस्तु नारी प्रधान पारिवारिक सामाजिक समस्याएं है।
- इस कहानी संग्रह मे हींगवाला, राही, तांगेवाला ,गुलाब सिंह कहानियां राष्ट्रीय विषयों पर आधारित है।
- इस संग्रह में प्रकाशित एवं संकलित समस्त कहानियों का संग्रह हंस प्रकाशन, इलाहाबाद से प्रकाशित होता था।
- सुभद्रा कुमारी चौहान के तीन कहानी संग्रह
Important Points
सुभद्रा कुमारी चौहान-
- जन्म - 1904 ई. में इलाहाबाद के निकट निहालपुर नामक गांव में हुआ।
- अन्य –
- यह बाल्यावस्था से ही कविताएं रचने लगी उनकी रचनाएं राष्ट्रीयता की भावना से परिपूर्ण थी।
- यह गांधीजी के असहयोग आंदोलन में भाग लेने वाली प्रथम महिला के दो बार जेल गई।
रचनाएं –
कविता संग्रह-
- मुकुल
- त्रिधारा
- मुकुल तथा अन्य कविताएं
बाल साहित्य-
- झांसी की रानी
- कदंब का पेड़
- सभा का खेल
- मिला तेज से तेज - यह सुधा चौहान द्वारा लिखित लक्ष्मण सिंह एवं सुभद्रा कुमारी चौहान की संयुक्त जीवनी है इसका प्रकाशन हंस प्रकाशन इलाहाबाद से हुआ।
सम्मान –
- 'मुकुल' कविता संग्रह के लिए सेक्सरिया परितोष (1931 ई) में मिला।
- 'बिखरे मोती' कहानी संग्रह के लिए भी इन्हें सेक्सरिया पारितोषिक मिला है।
- भारतीय तटरक्षक सेना ने सुभद्रा कुमारी चौहान के राष्ट्रप्रेम की भावना को सम्मानित करने के लिए नियुक्त एक तटरक्षक जहाज को सुभद्रा कुमारी चौहान का नाम दिया है।
Additional Information
बिखरे मोती-
- यह इनका पहला कहानी संग्रह
- इसका प्रकाशन (1932 ई.) में हुआ।
- इसमें भग्नावशेष, होली, पापी पेट, मछली रानी, परिवर्तन, दृष्टिकोण, कदम के फूल, किस्मत , मछुये की बेटी, एकादशी, आहुति, थाती, अमराई, अनुरोध, ग्रामीण कुल 15 कहानियाँ है।
- इन कहानियों की भाषा सरल बोलचाल की भाषा है अधिकांश कहानियाँ नारी विमर्श पर केंद्रित है।
उन्मादिनी –
- यह सुभद्रा कुमारी चौहान का दूसरा कथा संग्रह है।
- इसका प्रकाशन (1934 ई.) में हुआ।
- इसमें उन्मादिनी, असमंजस अभियुक्त, सोने की कंठी, नारी ह्रदय,पवित्र ईर्ष्या,अंगूठी की खोज,चढ़ा दिमाग, में वेश्या लड़की की कुल 9 कहानियाँ है।
- इन सब कहानियों का मुख्य स्वर पारिवारिक सामाजिक परिदृश्य है।
झांसी की रानी-
- यह सुभद्रा कुमारी चौहान की प्रसिद्ध कविता है।
- यहां राष्ट्रीय भावना से ओतप्रोत कविता है।
दलित कहानीकार Question 8:
'दुलाई वाली' किसकी कहानी है?
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 8 Detailed Solution
- "दुलाईवाली":- हिन्दी की प्रथम कहानी मानी जाती है।
- दुलाईवाली का प्रकाशनवर्ष:- सन् 1907
- लेखक:- बंग महिला (राजेन्द्र बाला घोष)
- निम्नलिखित सभी कहानियाँ हिन्दी की प्रथम कहानियाँ मानी जाती है।
- इंदुमती --> 1900 ---> किशोरी लाल गोस्वामी
- एक टोकरी भर मिट्टी ---> 1901 ---> माधवराव सप्रे
- ग्यारह वर्ष का समय ---> 1903 ---> आचार्य रामचन्द्र शुक्ल
Additional Information
- ईदगाह 1933:- मुंशी प्रेमचन्द
- उसने कहा था 1915 :- चन्द्र धर शर्मा गुलेरी
- परिंदे :- 1956:- निर्मल वर्मा
दलित कहानीकार Question 9:
'सिक्का बदल गया' के कथाकार हैं-
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 9 Detailed Solution
सही उत्तर है - कृष्णा सोबती
Key Pointsसिक्का बदल गया-
- रचनाकार- कृष्णा सोबती
- प्रकाशन वर्ष- 1948 ईo
- विधा- कहानी
- मुख्य पात्र-
- शाहनी ,शाहजी, शेरा ,हुसैना दाऊद आदि।
- विषय-
- भारत पाक विभाजन के कारण होने वाले विस्थापन के दर्द की कहानी।
Additional Informationकृष्णा सोबती-
- जन्म- 1925 - 2019 ईo
- कहानी संग्रह-
- बादलों के घेरे (1980)
- मेरी माँ कहाँ
- दादी अम्मा आदि।
दलित कहानीकार Question 10:
सूची-I को सूची-II के साथ सुमेलित कीजिए-
सूची-I | सूची-II |
रचना | रचनाकार |
A. बिखरे मोती | I- मृदुला गर्ग |
B. गुलमोहर के गुच्छे | II- मंजुल भगत |
C. डेफोडिल जल रहे हैं | III- चित्रा मुद्गल |
D. जिनावर | IV- सुभद्राकुमारी चौहान |
Answer (Detailed Solution Below)
दलित कहानीकार Question 10 Detailed Solution
सूची-I का सूची-II के साथ सही सुमेलन है- A-IV, B-II, C-I, D-IIIKey Points
रचना | रचनाकार |
बिखरे मोती | सुभद्राकुमारी चौहान |
गुलमोहर के गुच्छे | मंजुल भगत |
डेफोडिल जल रहे हैं | मृदुला गर्ग |
जिनावर | चित्रा मुद्गल |
Important Pointsसुभद्रा कुमारी चौहान-
- जन्म- 1904 - 1948 ईo
- कहानी संग्रह-
- बिखरे मोती (1932)
- उन्मादिनी (1934)
- सीधे साधे चित्र (1947)
- कविता संग्रह-
- मुकुल (1930)
- त्रिधारा (1930)
मृदुला गर्ग-
- जन्म- 1938 ई०
- कहानी संग्रह-
- कितनी कैदें (1975)
- टुकड़ा टुकड़ा आदमी (1976)
- डैफ़ोडिल जल रहे हैं (1978)
- ग्लेशियर से (1980)
- उर्फ सैम (1986)
- शहर के नाम (1990)
- चर्चित कहानियाँ (1993)
- समागम (1996)
- मेरे देश की मिट्टी अहा (2001)
- संगति-विसंगति (2004)
- जूते का जोड़ गोभी का तोड़ (2006)।
चित्रा मुद्गल-
- जन्म- 1944 ई०
- 2018 का हिन्दी भाषा का साहित्य अकादमी पुरस्कार प्रदान किया गया है।
- उनके उपन्यास ‘आवां’ पर उन्हें वर्ष 2003 में ‘व्यास सम्मान’ मिला था।
- कहानियाँ-
- जिनावर
- बेईमान
- अढ़ाई गज की ओढ़नी
- उपन्यास-
- आवां (1999)
मंजुल भगत-
- जन्म - 1936 ईo
- महिला रचनाकार, और कहानीकार।
- कहानी संग्रह-
- गुलमोहर के गुच्छे (1974)
- टूटा हुआ इंद्रधनुष (1976)
- क्या छूट गया (1976)
- लेडीज क्लब (1976)
- आत्महत्या के पहले (1979)
- कितना छोटा सफर (1979)
- बावन पते का जोकर (1982)
- सफेद कौआ (1986)