Question
Download Solution PDFप्रकाशनवर्ष के बढ़ते क्रम की दृष्टि से प्रसाद के नाटकों का सही क्रम है-
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Bihar STET Paper I: Hindi (9th Sept. 2020 - Shift 1)
Answer (Detailed Solution Below)
Option 1 : राज्यश्री, स्कन्दगुप्त, चन्द्रगुप्त, ध्रुवस्वामिनी
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Bihar STET Paper 1 Mathematics Full Test 1
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Detailed Solution
Download Solution PDFसही उत्तर है - राज्यश्री, स्कन्दगुप्त, चन्द्रगुप्त, ध्रुवस्वामिनी।
Key Pointsराज्यश्री-
- प्रकाशन वर्ष-1915 ई.
- विषय-
- हर्षचरित व चीनी यात्री ह्वेनसांग की कथा को आधार बनाकर लिखा गया नाटक है।
स्कंदगुप्त-
- प्रकाशन वर्ष- 1928 ई.
- विषय-
- भारतीय व यूरोपीय नाटकों का समन्वय किया गया है।
- कुमारगुप्त के विलासी साम्राज्य की आंतरिक स्थिति का चित्रण किया है।
चन्द्रगुप्त-
- प्रकाशन वर्ष- 1931 ई.
- विषय-
- चन्द्रगुप्त तथा चाणक्य का अत्याचारी नंद तथा विदेशी यूनानियों से संघर्ष का चित्रण है।
ध्रुवस्वामिनी-
- प्रकाशन वर्ष- 1933 ई.
- विषय-
- इसमें स्त्री पुनर्विवाह का चित्रण किया गया है।
- साथ ही स्त्री पात्रों के सशक्तिकरण का चित्रण भी मिलता है।
- गुप्त वंश पर आधारित नाटक है।
Additional Information
कवि परिचय:
- नाम: जयशंकर प्रसाद
- जन्म: 30 जनवरी 1889
- जन्म स्थान: उत्तर प्रदेश राज्य के काशी में
- मृत्यु: 15 नवंबर, 1937 ईस्वी में
- साहित्य में पहचान: छायावादी काव्य धारा के प्रमुख स्तंभों में से एक
- प्रमुख काव्य:
- आंसू
- कामायनी
- चित्राधार
- लहर
- झरना
- प्रमुख कहानियां:
- आंधी
- इंद्रजाल,
- छाया
- प्रतिध्वनि
- आकाशदीप
- प्रमुख नाटक:
- सज्जन
- कल्याणी-परिणय,
- चंद्रगुप्त,
- स्कंद गुप्त,
- अजातशत्रु,
- प्रायश्चित,
- जन्मेजय का नाग यज्ञ,
- विशाखा
- ध्रुवस्वामिनी
Last updated on Jan 29, 2025
-> The Bihar STET 2025 Notification will be released soon.
-> The written exam will consist of Paper-I and Paper-II of 150 marks each.
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