प्रेमचंद युग MCQ Quiz in मराठी - Objective Question with Answer for प्रेमचंद युग - मोफत PDF डाउनलोड करा
Last updated on Mar 18, 2025
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प्रेमचंद युग Question 1:
कृष्णा सोबती के किस उपन्यास में अविभाजित पंजाब की ग्रामीण संस्कृति का दर्पण है ?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 1 Detailed Solution
कृष्णा सोबती के जिंदगीनामा उपन्यास में अविभाजित पंजाब की ग्रामीण संस्कृति का दर्पण है। Key Pointsजिंदगीनामा-
- रचनाकार- कृष्णा सोबती
- प्रकाशन वर्ष- 1979 ईo
- विधा- उपन्यास
- मुख्य बिन्दु-
- इस उपन्यास के लिये उन्हें 1980ई० में "साहित्य अकादमी पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
- जिंदगीनामा उपन्यास के लिए कृष्णा सोबती जी को वर्ष 2017 में ज्ञानपीठ पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।
- जो कि एक आँचलिक उपन्यास है जिसमें पंजाब में रहने वाले लोगों के जिंदगी का यथार्थ चित्रण है।
- मानवीय स्वतंत्रता और रूढ़ि का प्रतिरोध इस उपन्यास की विशेषता है।
- उपन्यास में विभाजन पूर्व पंजाब के जनजीवन और संस्कृति का अद्भुत, शांत और सद्भावपूर्ण जीवन को दर्शाया गया है।
- उद्देश्य-
- लेखिका का लक्ष्य उपन्यास में सांझी पंजाबी संस्कृति का अत्यंत जीवंत व सुंदर रूप प्रस्तुत करना रहा है,
- जिसे उन्होंने डेरा जट्टां गाँव के जीवंत चित्रण के रूप में किया है।
- जिस रूप में उन्होंने डेरा जट्टां गाँव को उपन्यास में प्रस्तुत किया है, वही प्रतीकात्मक स्तर पर उपन्यास का एक विराट चरित्र भी बन जाता है।
- प्रमुख पात्र-
- शाहनी - प्रमुख नारी पात्र जो कि एक हवेली की मालकिन है। यह शाहजी की पत्नी है।
- शाहजी - गाँव के जमींदार है। शाहनी उनकी दूसरी पत्नी है क्योंकि पहली की मृत्यु हो गयी है।
- महरी चाची - जो कि शाहनी के प्रति प्रेम भाव है और उसकी चाह है कि शाहनी माँ बने।
- लाली शाह - शाहनी और शाहजी का पुत्र ।
- राबयाँ - जो कि लाली शाह की देखभाल करती है। शाहजी के प्रति आकर्षित है।
- अन्य पात्र - शाहजी के छोटे भाई काशीशाह, भाभी बिंद्रायणी, फतेह, शीरी आदि।
Important Pointsकृष्णा सोबती-
- जन्म- 1925 - 2019 ईo
- उपन्यास-
- मित्रो मरजानी (1967)
- सूरजमुखी अँधेरे के (1972)
- जिन्दगीनामा (1979)
- दिलोदानिश (1993)
- समय सरगम (2000)
- गुजरात पाकिस्तान से गुजरात हिंदुस्तान (2017)
प्रेमचंद युग Question 2:
उपन्यास एवं विवेच्य विषयवस्तु की दृष्टि से असंगत यु्ग्म है
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 2 Detailed Solution
प्रेमाश्रम - कृषक जीवन की समस्याओँ पर.. युग्म असंगत है।
- प्रेमाश्रम : ‘प्रेमा श्रम’ भारत के तेज और गहरे होते हुए राष्ट्रीय संघर्षों की पृष्ठभूमि में लिखा गया उपन्यास है।
- गां धीजी के सत्याग्रह आन्दोलन की इस कथा पर विशि ष्ट छाप है।
- रौलेट एक्ट, पंजाब में सैनिक कानून आदि
- गोदान :1936 कृषक जीवन का महत्वपूर्ण उपन्यास
Important Points
- प्रेमचंद हिंदी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास लिखे।
- कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, बूढ़ी काकी, दो बैलों की कथा, शतरंज के खिलाड़ी आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं।
प्रेमचंद युग Question 3:
निम्न में से सबसे पहले कौनसा उपन्यास लिखा गया है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 3 Detailed Solution
रंगभूमि उपन्यास सबसे पहले लिखा गया था। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (1) रंगभूमि सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
- रंगभूमि प्रेमचंद द्वारा रचित उपन्यास है।
-
इसका रचना वर्ष 1925 ईस्वी है।
- पूँजीवाद के साथ जनसंघर्ष व बदलाव की महान गाथा है प्रेमचंद की ‘रंगभूमि’।
- धनपत राय श्रीवास्तव (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) प्रेमचंद नाम से जाने जाते हैं।
- प्रेमचंद के साहित्यिक जीवन का आरंभ 1901 से हो चुका था आरंभ में वे नवाब राय के नाम से उर्दू में लिखते थे।
- उनका पहला उपलब्ध लेखन उर्दू उपन्यास 'असरारे मआबिद' है।
प्रेमचंद जी के प्रमुख उपन्यास निम्नलिखित हैं:-
प्रेमचंद युग Question 4:
निम्नलिखित उपन्यासों को उनके लेखकों के साथ सुमेलित कीजिए तथा सही कूट का चयन कीजिए :
उपन्यास |
लेखक |
||
a. |
राग दरबारी |
1. |
मन्नू भंडारी |
b. |
आपका बंटी |
2. |
कृष्णा सोबती |
c. |
झूठा सच |
3. |
श्रीलाल शुक्ल |
d. |
जिन्दगीनामा |
4. |
यशपाल |
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर है- a - 3, b - 1, c - 4, d - 2
उपन्यास |
लेखक |
||
a. |
राग दरबारी |
4. |
श्रीलाल शुक्ल |
b. |
आपका बंटी |
1. |
मन्नू भंडारी |
c. |
झूठा सच |
4. |
यशपाल |
d. |
जिन्दगीनामा |
2. |
कृष्णा सोबती |
Key Pointsराग दरबारी-
- रचनाकार-श्रीलाल शुक्ल
- विधा-उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष-1968 ई.
- विषय-
- पूर्वांचल के गाँव शिवपालगंज के आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन का यथार्थ चित्रण हुआ है।
झूठा सच-
- रचनाकार-यशपाल
- विधा-उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष-1958 ई.
- विषय-
- भारत के राष्ट्रीय व सामाजिक जीवन का चित्रण किया गया है।
आपका बंटी-
- रचनाकार-मन्नू भंडारी
- विधा-उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष-1971 ई.
- विषय-
- बाल मनोविज्ञान का उपन्यास है।
- तलाक शुदा दंपति का उसकी संतान पर पड़े प्रभाव का चित्रण किया गया है।
जिन्दगीनामा-
- रचनाकार- कृष्णा सोबती
- विधा- उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष- 1979 ई.
- मुख्य पात्र- किसान, ग्रामीण
- विषय-
- बीसवीं शताब्दी के प्रथम पन्द्रह वर्षों में पंजाब के किसानों-ग्रामीणों के जीवन का चित्रण है।
Important Pointsयशपाल-
- जन्म-1903-1976 ई.
- उपन्यास-
- दादा कामरेड(1941 ई.)
- देशद्रोही(1943 ई.)
- दिव्या(1945 ई.)
- पार्टी कामरेड(1946 ई.)
- मेरी तेरी उसकी बात(1974 ई.) आदि।
श्रीलाल शुक्ल-
- जन्म-1925-2011 ई.
- उपन्यास-
- सुनी घाटी का सूरज(1957 ई.)
- अज्ञातवास(1962 ई.)
- सीमाएं टूटती हैं(1973 ई.)
- पहला पड़ाव(1987 ई.)
मन्नू भंडारी-
- उपन्यास-
- महाभोज(1979 ई.)
- स्वामी(2003 ई.) आदि।
कृष्णा सोबती-
- अन्य उपन्यास-
- डार से बिछुड़ी -1958 ई.
- यारों के यार -1968 ई.
- सूरजमुखी अँधेरे के -1972 ई.
- दिलोदानिश -1993 ई.
- समय सरगम -2000 ई. आदि।
प्रेमचंद युग Question 5:
"यह 'परीक्षागुरू' से भी एक वर्ष पूर्व लिखा गया, लेकिन प्रकाशित न हो पाने के कारण इसे प्रथम उपन्यास या 'परीक्षागुरू' से पूर्व लिखे जाने के श्रेय से वंचित रखा गया।" - यह उक्ति किस उपन्यास से संबंधित है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 5 Detailed Solution
"यह 'परीक्षागुरू' से भी एक वर्ष पूर्व लिखा गया, लेकिन प्रकाशित न हो पाने के कारण इसे प्रथम उपन्यास या 'परीक्षागुरू' से पूर्व लिखे जाने के श्रेय से वंचित रखा गया।" - यह उक्ति नि:सहाय हिंदू उपन्यास से संबंधित है।
Key Pointsनिस्सहाय हिन्दू-
- रचनाकार- राधाकृष्ण दास
- विधा- उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष- 1890 ई.
- विषय-
- हिंदी का पहला पूर्ण उपन्यास है।
- इसमें मुस्लिम समाज का अंकन हुआ है।
- गोवध निवारण हेतु यह उपन्यास लिखा गया है।
Important Pointsवामाशिक्षक-
- रचनाकार- ईश्वरी प्रसाद - कल्याण राय
- विधा- उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष- 1872 ई.
- विषय-
- 'ढाई गाँव के जमींदार' लाला भगवानदास के परिवार की कथा का वर्णन हैं।
- उपन्यास का पात्र 'मथुरादास' बल विवाह और विवाह के अवसर पर किये जाने वाले अपव्यय का विरोधी है।
भाग्यवती-
- रचनाकार- श्रद्धाराम फिल्लौरी
- विधा- उपन्यास
- प्रकाशन वर्ष- 1877 ई.
- विषय-
- स्त्री-शिक्षा मुख्य बिंदु है।
- मध्यवर्गीय ब्राह्मण परिवार तथा समाज की तत्कालीन जीवन दशा का चित्रण किया गया है।
प्रेमचंद युग Question 6:
हिन्दी का प्रथम मौलिक उपन्यास किसे माना जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 6 Detailed Solution
हिंदी का प्रथम उपन्यास "परीक्षा गुरु" का प्रकाशन वर्ष 1882 है। परीक्षा गुरु: 1882 सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- परीक्षा गुरू हिन्दी का प्रथम उपन्यास था।
- इसकी रचना भारतेन्दु युग के प्रसिद्ध नाटककार लाला श्रीनिवास दास ने की थी।
- रचना 25 नवम्बर,1882 को की थी।
- नूतन ब्रह्मचारी: बल कृष्ण भट्ट
- तितली : जयशंकर प्रसाद
- त्यागपत्र : जैनेन्द्र आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने परीक्षा गुरु को अंग्रेजी के ढंग का हिंदी का पहला मौलिक उपन्यास माना है।
Additional Informationहिंदी का प्रथम उपन्यास, उपन्यासकार एवं प्रस्तोता:-
प्रस्तोता |
उपन्यासकार |
उपन्यास |
रचना वर्ष |
डॉक्टर गोपाल राय |
पंडित गौरी दत्त |
देवरानी जेठानी की कहानी |
1870 |
विजय शंकर मल्ल |
श्रद्धा राम फिल्लौरी |
भाग्यवती |
1877 |
रामचंद्र शुक्ल |
श्रीनिवास दास |
परीक्षा गुरु |
1882 |
उपन्यास |
रचना वर्ष |
रचनाकार |
निस्सहाय हिन्दु |
1890 |
राधा कृष्ण दास |
नूतन ब्रह्मचारी |
1886 |
बालकृष्ण भट्ट |
आदर्श हिंदू |
1914 |
लज्जाराम मेहता |
प्रेमचंद युग Question 7:
'धरती धन न अपना' उपन्यास के मुख्य पात्र काली का जीवन किस संकल्प से परिचालित है ?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 7 Detailed Solution
'धरती धन न अपना' उपन्यास के मुख्य पात्र काली का जीवन पक्का मकान संकल्प से परिचालित है।
धरती धन न अपना-
- रचनाकार- जगदीश चंद्र माथुर
- प्रकाशन वर्ष- 1972 ईo
- विधा- उपन्यास
Key Pointsधरती धन न अपना'-
- इस उपन्यास में जगदीश चंद्र ने पंजाब के दोआबा क्षेत्र के दलित जीवन की त्रासदी को चित्रित क्या है।
- मुख्य गांव से बहिष्कृत बस्ती चमादडी में बसने वाली चमार जाति की असहनीय पीड़ा को लेखक ने यथार्थ की भूमि पर प्रस्तुत किया है।
- इस उपन्यास की कहानी दो पात्रों काली और ज्ञानो के इर्द गिर्द घूमती हुई दिखाई पड़ती है।
- यह दोनों पात्र दलित वर्ग से ही है।
- उपन्यास की कहानी एक अंचल विशेष की कहानी है जिसे पढ़ते हुए हमें ऐसा प्रतीत होता है कि गांव हमारी आंखों के सामने है और हम एक-एक घटना को देख और महसूस कर रहे हैं।
- जगदीश चंद्र के शब्दों में-
- “मेरा यह उपन्यास मेरी किशोरावस्था की कुछ अविस्मरणीय स्मृतियों और उनके दामन में छिपी एक अदम्य वेदना की उपज है।”
- काली और उसका पूरा दलित वर्ग दलित होने का द्वंश झेलता है।
- उच्च वर्गों के द्वारा दलितों का शोषण किया जाता है कभी मारा तो कभी असहनीय दर्द और पीड़ा झेलने पर मजबूर किया जाता है।
- उनकी स्त्रियों के साथ शोषण किया जाता है।
- पर उन स्त्रियों को बोलने का भी हक नहीं होता कि वह अपनी रक्षा के खातिर आवाज उठा सके।
Important Pointsजगदीश चंद्र माथुर-
- जन्म- 1917 - 1978 ईo
- हिंदी के लेखक एवं उपन्यासकार थे।
- उपन्यास-
- यादों का पहाड़ (1966)
- आधा पुल (1973)
- कभी न छोड़े खेत (1976)
- मुठ्ठी भर कांकर (1976)
- टुंडा लाट (1978)
- घास गोदाम (1985)
- नरक कुंड में वास (1994)
- लाट की वापसी (2000)
- जमीन तो अपनी थी (2001)
प्रेमचंद युग Question 8:
गाँधी जी के दक्षिण अफ़्रीकी जीवन पर आधारित उपन्यास का क्या नाम है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 8 Detailed Solution
- गिरिराज किशोर द्वारा लिखा गया 'पहला गिरमिटिया' नामक उपन्यास महात्मा गाँधी के अफ़्रीका प्रवास पर आधारित था, जिसने इन्हें विशेष पहचान दिलाई।
- इनका उपन्यास 'ढाई घर' अत्यन्त लोकप्रिय हुआ था। वर्ष 1991 में प्रकाशित इस कृति को 1992 में ही 'साहित्य अकादमी पुरस्कार' से सम्मानित कर दिया गया था।
- नयी पौध के रचनाकार नागार्जुन है।
- कर्मभूमि के रचनाकार प्रेमचन्द है।
प्रेमचंद युग Question 9:
निम्नलिखित में से कौन सी बात गोदान उपन्यास के होरी पात्र के संबंध में सही नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 9 Detailed Solution
"होरी परिस्थितियों से लड़ने में विश्वास रखता है"। उपर्युक्त कथन गोदान उपन्यास के होरी पात्र से संबंधित नहीं है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प "होरी परिस्थितियों से लड़ने में विश्वास रखता है" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
- होरी परिस्थितियों से लड़ने के बजाय परिस्थितियों से समझौता करने में विश्वास रखता है।
- वह परिस्थितियों के अनुरूप अपने आप को ढाल लेता है।
- होरी गोदान उपन्यास का प्रमुख पात्र एवं नायक है।
- गोदान
- गोदान, प्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है।
- इसका प्रकाशन 1936 ई० में हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई द्वारा किया गया था।
- गोदान उपन्यास के प्रमुख पात्र
- होरी (नायक), धनिया, गोबर, राय साहब, मिस्टर खन्ना, मिस्टर मेहता, मिस मालती
प्रेमचंद युग Question 10:
यशपाल के उपन्यास ‘झूठा-सच’ में दौलतराम आजाद किस राजनितिक दल का सदस्य था?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंद युग Question 10 Detailed Solution
"झूठा सच" में दौलतराम आजाद "कम्युनिस्ट पार्टी" का सदस्य था। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प तीन कम्युनिस्ट पार्टी सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- इसमें स्वतंत्रता के समय देश विभाजन के दौरान हुए रक्तपात तथा स्वतंत्रता के पश्चात् पैदा हुई विभिन्न समस्याओं का मार्मिक चित्रण है|
- झूठा सच भारत विभाजन (1947) की पृष्ठभूमि पर केंद्रित वृहत्तर एवं बहुआयामी फलक वाला उपन्यास है।
- इसके दो भाग हैं :-
- "वतन और देश"(1958)
- "देश का भविष्य"(1960)
- यशपाल के अन्य उपन्यास निम्नलिखित हैं:-
- दिव्या
- देशद्रोही
- दादा कामरेड
- अमिता
- मनुष्य के रूप
- तेरी मेरी उसकी बात