अन्य निबन्ध तथ्य MCQ Quiz in मराठी - Objective Question with Answer for अन्य निबन्ध तथ्य - मोफत PDF डाउनलोड करा
Last updated on Mar 19, 2025
Latest अन्य निबन्ध तथ्य MCQ Objective Questions
Top अन्य निबन्ध तथ्य MCQ Objective Questions
अन्य निबन्ध तथ्य Question 1:
निम्नलिखित निबंधों को प्रकाशन वर्ष के अनुसार पहले से बाद के क्रम में लगाएं-
A. महाकवि की तर्जनी
B. कस्तूरी मृग
C. भारतेंदु युग और हिंदी भाषा की विकास परंपरा
D. बतरस
E. ठेले पर हिमालय
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 1 Detailed Solution
निबंध | निबंधकार | प्रकाशन वर्ष |
ठेले पर हिमालय | धर्मवीर भारती | 1958 ई. |
कस्तूरी मृग | शिव प्रसाद सिंह | 1972 ई. |
बतरस | अमृत राय | 1973 ई. |
महाकवि की तर्जनी | कुबेरनाथ राय | 1979 ई. |
भारतेंदु युग और हिंदी भाषा की विकास परंपरा | डॉ.रामविलास शर्मा | 1985 ई. |
- पश्यंति (1969 ई.)
- कहनी - अनकहनी (1970 ई.)
- कुछ चेहरे कुछ चिंतन (1995 ई.)
- शब्दीता (1977 ई.)
- मानव मूल्य और साहित्य (1960 ई.)
- शिखरो के सेतु (1962 ई.)
- मानसी गंगा (1986 ई.)
- किस-किस को नमन करूं (1987 ई.)
- क्या कहूं कुछ कहा ना जाए (1995 ई.)
- खालिस मौज में (1998 ई.)
- रम्या (1967 ई.)
- आनंदकम (1977 ई.)
- विजिट इंडिया
- बाइस्कोप (1989 ई.)
- प्रिया नीलकंठी (1968 ई.)
- रस आखेटक (1970 ई.)
- गंधमादन (1972 ई.)
- विशाद योग (1973ई.)
- निषाद बांसुरी (1974 ई.)
- पर्ण मुकुट (1978 ई.)
- महाकवि की तर्जनी( 1979 ई.)
- आगम के नाव (2002 ई.)
- प्रगति और परंपरा (1949 ई.)
- साहित्य और संस्कृति(1949 ई.)
- भाषा साहित्य और संस्कृति (1954 ई.)
- प्रगतिशील साहित्य की समस्याए (1954 ई.)
- लोकजीवन और साहित्य( 1955 ई.)
- स्वाधीनता और राष्ट्रीय साहित्य (1956 ई.)
- आस्था और सौंदर्य (1961ई.)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 2:
निम्नलिखित में से 'कविता क्या है' निबंध के उपशीर्षकों को पहले से बाद के सही क्रम में व्यवस्थित कीजिए-
A. सभ्यता का आवरण
B. कविता और सृष्टि प्रकार
C. मनुष्यता की उच्च भूमि
D. मनोरंजन
E. कविता की आवश्यकता
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए-
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 2 Detailed Solution
- लेखक - रामचंद्र शुक्ल
- प्रकाशन वर्ष - 1909 ई. ( सरस्वती पत्रिका में )।
- मुख्य - यह निबंध चिंतामणि भाग 1 में संकलित है।
- यह से निबंध में शुक्ल जी ने काव्यशास्त्रीय मान्यताएं प्रस्तुत की है।
- इसमें काव्यशास्त्रीय मान्यता में रसवाद और लोकमंगलवाद का जो संलयन शुक्ल जी ने किया है उसी को यह निबंध मूर्त रूप देता है।
- कविता क्या है
- सभ्यता के आवरण और कविता
- कविता और सृष्टि प्रसार
- मार्मीक तथ्य
- काव्य और व्यवहार
- मनुष्यता की उच्च भूमि
- भावना या कल्पना
- मनोरंजन
- सौंदर्य
- चमत्कारवाद
- कविता की भाषा
- अलंकार
- कविता पर अत्याचार
- कविता की आवश्यकता
अन्य निबन्ध तथ्य Question 3:
"पधारो म्हारे देस" पाठ किस रचना से लिया गया है?
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है - राजस्थान की रजत बूँदें।
Key Points
- "पधारो म्हारे देस" पाठ 'राजस्थान की रजत बूँदें' से साभार संकलित है।
- इसके लेखक अनुपम मिश्र हैं।
- इस पाठ में दिखाया गया है कि किस तरह राजस्थान के समाज ने प्रकृति से मिलने वाले कम पानी का कभी रोना नहीं रोया।
- बल्कि इसे एक चुनौती के साथ स्वीकार कर जल - संग्रह की अनोखी परंपरा का विकास किया।
Additional Informationअनुपम मिश्र:-
- अनुपम मिश्र का जन्म सन् 1948 ई० में हुआ ।
- वे हिंदी के मूर्धन्य कवि भवानी प्रसाद मिश्र के सुपुत्र हैं।
- मिश्र जी गाँधीवादी विचारक और एक सजग सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
- पानी की समस्या पर उन्होंने विशेष ध्यान दिया और उन्हीं समस्याओं से संबंधित कार्यक्षेत्र में वे जुटे रहते हैं ।
- प्रमुख रचनाएँ - 'आज भी खरे हैं तालाब', 'राजस्थान की रजत बूँदें' ।
- 'हमारा पर्यावरण' पुस्तक के निर्माण में भी उनकी सक्रिय भूमिका रही है ।
अन्य निबन्ध तथ्य Question 4:
निम्नलिखित निबंधों को कालक्रमानुसार आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए :
(A) त्रिधारा
(B) गँवई गंध गुलाब
(C) आम रास्ता नहीं है
(D) उठ जाग मुसाफिर
(E) जीवन अज्ञात का गणित है
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए।
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 4 Detailed Solution
निबंधों को कालक्रमानुसार सही आरोही क्रम है-
- (A) त्रिधारा
- (B) गँवई गंध गुलाब
- (C) आम रास्ता नहीं है
- (D) उठ जाग मुसाफिर
- (E) जीवन अज्ञात का गणित है
उपर्युक्त सभी निबंध विवेकी राय द्वारा रचित है।
Key Pointsविवेकी राय-
- जन्म-1924-2016 ई.
- निबंध-
- किसानों का देश (1956 ई.)
- गांवों की दुनिया(1957 ई.)
- त्रिधारा(1958 ई.)
- फिर बैतलवा डाल पर (1962 ई.)
- गँवई गंध गुलाब(1980 ई.)
- आम रास्ता नहीं है (1988 ई.)
- आस्था और चिंतन(1991 ई.)
- जगत तपोवन सो कियो(1995 ई.)
- जीवन अज्ञात का गणित है (2004 ई.)
- उठ जाग मुसाफिर(2012 ई.)आदि।
Additional Information
- 'चली फगुनहट बौरे आम' ललित निबंध है। यह धर्मयुग पत्रिका के होली अंक में 1975 ई. में प्रकाशित हुआ था।
अन्य निबन्ध तथ्य Question 5:
प्रकाशन वर्ष की दृष्टि से विद्यानिवास मिश्र के निबंध संग्रहों का सही अनुक्रम हैं -
A. लागाै रंग हरी
B. परम्परा बंधन नहीं
C. आँगन का पंछी बंजारा मन
D. छितवन की छाँह
नीचे दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 5 Detailed Solution
प्रकाशन वर्ष की दृष्टि से विद्यानिवास मिश्र के निबंध संग्रहों का सही अनुक्रम हैं -D, C, B, A
Key Points
निबंध | प्रकाशन वर्ष |
छितवन की छाँह | 1953 |
आँगन का पंछी बंजारा मन | 1963 |
परम्परा बंधन नहीं | 1976 |
लागाै रंग हरी | 1985 |
Additional Information
विद्यानिवास मिश्र के कुछ अन्य निबंध संग्रह | गांधी का करुण रस (2002 ई०) हल्दी धूप(1955 ई०) कदम की फूली डाल (1996 ई०) आंगन का पंछी बंजारा मन(1963 ई०) मैंने सिल पहुंचाई(1966 ई०) मेरे राम का मुकुट भीग रहा है (1974 ई०) कंटीले तारों के आरपार (1976 ई०) |
विशेष -
- पुरस्कार -
- पद्मश्री -1988
- विश्व भारती सम्मान-1996
- पद्मभूषण - 1999
- मंगलाप्रसाद पारितोषिक - 2000
अन्य निबन्ध तथ्य Question 6:
'केदार छायावादोत्तर कविता के सुमित्रानन्दन पंत हैं।' यह कथन किस आलोचक का है ?
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 6 Detailed Solution
'केदार छायावादोत्तर कविता के सुमित्रानन्दन पंत हैं।' यह कथन बच्चन सिंह आलोचक का है।
- केदारनाथ अग्रवाल की प्राकृतिक कविताओं के संदर्भ में बच्चन सिंह ने कहा हैं-
- "जहाँ तक प्रकृति-चित्रण का संबंध है,केदार छायावादोत्तर कविता के सुमित्रानन्दन पंत हैं।"
Key Pointsबच्चन सिंह-
- जन्म-1919-2008 ई.
- आलोचनात्मक ग्रंथ-
- क्रान्तिकारी कवि निराला(1947 ई.)
- भारतेंदु की कविता(1951 ई.)
- हिंदी नाटक(1954 ई.)
- रीतिकालीन कवियों की प्रेम व्यंजना(1956 ई.)
- बिहारी का नया मूल्यांकन(1957 ई.)
- समकालीन साहित्य:आलोचना को चुनौती(1968 ई.)
- आलोचक और आलोचना(1970 ई.)
- आधुनिक हिंदी साहित्य का इतिहास(1978 ई.) आदि।
Important Pointsनन्ददुलारे वाजपेयी-
- जन्म-1906-1967 ई.
- आलोचनात्मक ग्रंथ-
- हिन्दी साहित्य:बीसवीं शतब्दी(1942 ई.)
- जयशंकर प्रसाद(1940 ई.)
- आधुनिक साहित्य(1950 ई.)
- नया साहित्य:नये प्रश्न(1955 ई.)
- रस सिद्धांत(1977 ई.) आदि।
डॉ. नगेंद्र-
- जन्म-1915-1999 ई.
- आलोचनात्मक ग्रंथ-
- सुमित्रानंदन पंत(1938 ई.)
- साकेत:एक अध्ययन(1939 ई.)
- विचार और विवेचन(1944 ई.)
- रीतिकाव्य की भूमिका(1949 ई.)
- अनुसंधान और आलोचना(1961 ई.) आदि।
रामस्वरूप चतुर्वेदी-
- जन्म-1931-2003 ई.
- आलोचनात्मक ग्रंथ-
- हिन्दी नवलेखन(1960 ई.)
- भाषा और संवेदना(1964 ई.)
- कामायनी का पुनर्मूल्यांकन(1970 ई.)
- हिन्दी साहित्य और संवेदना का विकास(1986 ई.) आदि।
Additional Informationकेदारनाथ अग्रवाल-
- जन्म-1911-2000 ई.
- उपनाम-बालेंदु
- प्रगतिवादी कवि है।
- इन्हें 'केन का कवि' भी कहा जाता है।
- रचनाएँ-
- युग की गंगा(1947 ई.)
- फूल नहीं रंग बोलते हैं(1965 ई.)
- गुलमेहंदी(1978 ई.)
- पंख आउट पतवार(1979 ई.)
- जो शिलाएँ तोड़ते हैं(1985 ई.) आदि।
अन्य निबन्ध तथ्य Question 7:
किस प्रकार के निबंधों में समास शैली प्रयुक्त होती है?
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 7 Detailed Solution
विचारात्मक निबंधों में समास शैली प्रयुक्त होती है
Key Points
- समास शैली-इस निबंध शैली में निबंधकार कम से कम शब्दों में अधिक-से-अधिक विषय का प्रतिपादन करता है।
- इसके वाक्य सुगठित और कसे हुए होते हैं। गंभीर विषयों के लिए इस शैली का प्रयोग किया जाता है।
Important Points
विवरणात्मक निबंध-
भावात्मक निबंध-
वर्णात्मक निबन्ध-
|
Additional Information
- निबन्ध गद्य लेखन की एक विधा है।
- निबंध, लेखक के व्यक्तित्व को प्रकाशित करने वाली ललित गद्य-रचना है।
प्रमुख हिंदी निबंधकार:-
- भारतेन्दु हरिश्चंद्र
- प्रतापनारायण मिश्र
- बालकृष्ण भट्ट
- बालमुकुंद गुप्त
- सरदार पूर्ण सिंह
- महावीर प्रसाद द्विवेदी
अन्य निबन्ध तथ्य Question 8:
निम्नलिखित निबंध संग्रहों को उनके लेखकों के साथ सुमेलित कीजिए:
सूची - 1 |
सूची – 2 |
A. आस्था और सौन्दर्य |
I. अध्यापक पूर्ण सिंह |
B. अनुसंधान और आलोचना |
II. नामवर सिंह |
C. आचरण की सभ्यता |
III. नगेन्द्र |
D. वाद विवाद संवाद |
IV. रामविलास शर्मा |
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 8 Detailed Solution
निबंध संग्रह और उनके लेखक-1) A-IV, B-III, C-I, D-II
Key Points
सूची - 1 |
सूची – 2 |
A. आस्था और सौन्दर्य |
IV. रामविलास शर्मा |
B. अनुसंधान और आलोचना |
III. नगेन्द्र |
C. आचरण की सभ्यता |
I. अध्यापक पूर्ण सिंह |
D. वाद विवाद संवाद |
II. नामवर सिंह |
Important Points
- रामविलास शर्मा आधुनिक हिंदी साहित्य के सुप्रसिद्ध आलोचक,निबंधकार,विचारक एवं कवि थे।
- आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के बाद रामविलास शर्मा ही एक ऐसे आलोचक के रूप में स्थापित होते हैं, जो भाषा,साहित्य और समाज को एक साथ रखकर मूल्यांकन करते हैं।
- डॉ नगेन्द्र ने 'पाश्चात्य काव्यशास्त्र:सिद्धांत और वाद' नामक आलोचनात्मक कृति में अपनी सूक्ष्म विवेचन-क्षमता का परिचय भी दिया।
- डॉ नगेन्द्र की तीन आलोचनात्मक कृतियाँ प्रकाशित हुईं-सुमित्रानंद पन्त(1938ई.),'साकेत-एक अध्ययन'(1939ई.) और 'आधुनिक हिंदी नाटक'(1940ई.)।
- अध्यापक पूर्णसिंह के केवल छह निबंध ही मिलते हैं।
Additional Information
- वाद विवाद संवाद की रचना 1989 में हुई।
- रामविलास शर्मा का प्रथम आलोचनात्मक लेख 'निरालाजी की कविता' है जो चर्चित पत्रिका 'चाँद' में प्रकाशित हुई।
- नगेन्द्र जी की अन्य रचनायें-'विचार और विवेचन'(1944),'विचार और अनुभूति'(1949),'आधुनिक हिंदी कविता की मुख्य प्रवृत्तियाँ(1951),'विचार और विश्लेषण'(1955)'अरस्तू का काव्यशास्त्र'(1957),'अनुसंधान और आलोचना'(1961),'रस-सिद्धांत(1964)आदि हैं।
- नामवर सिंह की आलोचकीय ख्याति अपेक्षाकृत काव्य-आलोचना के क्षेत्र में अधिक रही।
अन्य निबन्ध तथ्य Question 9:
हिमालय को बेटियां किस विधा की रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 9 Detailed Solution
सही उत्तर है निबन्ध।
- हिमालय की बेटियां नागार्जुन द्वारा रचित निबंध विधा की रचना है।
Key Points
- हिमालय की बेटियां निबन्ध में लेखक ने गंगा, यमुना और सतलुज नदियों के विभिन्न रूपों का वर्णन किया है।
- उन्होंने इस निबन्ध में बताया है की किस तरह हिमालय में जाकर उन्होंने इन नदियों का एक अलग रूप देखा।
- इस पाठ में इन नदियों का मानवीकरण किया गया है।
- लेखक ने हिमालय में इन नदियों को बहुत ही सुंदर व् शांत देखा है और समतल मैदानों में बहुत ही भयंकर रूप में देखा है।
- नदियों के द्वारा लेखक यह बताना चाह रहा है कि हर व्यक्ति अपना रूप बदलता रहता है, कोई भी सदैव एक सा नहीं रहता।
Additional Informationलेखक परिचय:
- जन्म: 30 जून, 1911
- मृत्यु: 5 नवंबर 1998
- वास्तविक नाम: वैद्यनाथ मिश्र
- उपनाम: नागार्जुन(हिंदी में), यात्री(मैथिली में)
- ये घुमक्कड़ी प्रवृत्ति के थे।
- प्रमुख कृतियां:
- उपन्यास: रतिनाथ कि चाची, बलचनामा,नयी पौध, बाबा बटेसरनाथ, इमरतिया,उग्रतारा।
- कहानियां: असमर्थदाता, ताप-हारिणी, जेठा, कायापलट, विशाखा मृगारमाता, ममता, विषमज्वर, हीरक जयंती, भूख मर गई थी,सूखे बादलों की परछाईयाँ।
- निबन्ध: मृत्युंजय कवि तुलसौदास, बुद्धयुग की आर्थिक व्यवस्था, उपन्यास ही क्यों?, मशक्कत को दुनिया, कैलास की ओर, मैथिली और हिन्दी, वैशाखी पूर्णिमा,अन्नहीनम् क्रियाहीनम,सत्यानाशी जलप्रलय, प्रेमचंद : एक व्यक्तित्व।
अन्य निबन्ध तथ्य Question 10:
'चलचित्र' पाठ के अंत में 'फेड आउट' का अर्थ क्या है-
Answer (Detailed Solution Below)
अन्य निबन्ध तथ्य Question 10 Detailed Solution
'चलचित्र' पाठ के अंत में 'फेड आउट' का अर्थ है- पूर्ण विराम
Key Pointsचलचित्र-
- रचनाकार- सत्यजीत राय
- विधा- निबन्ध
- मुख्य-
- इसका हिन्दी रूपांतरण योगेंद्र चौधरी ने 'चलचित्र: कल और आज' शीर्षक से किया है।
- इस निबन्ध में राय ने फिल्म की कला और तकनीक के बार में अपने विचार समय पाठकों के लिए प्रस्तुत किए है।
- इसमें इनकी प्रसिद्ध फिल्म 'पाथेर पांचाली' के उदाहरणों को प्रस्तुत किया गया है।
Important Pointsसत्यजीत राय-
- जन्म- 1921-1992ई.
- सत्यजित राय एक भारतीय फिल्म निर्देशक थे।
- इन्हें 20वीं शताब्दी के सर्वोत्तम फिल्म निर्देशकों में गिना जता है।
- प्रमुख फ़िल्में-
- अपु के वर्ष
- देवी
- महानगर
- जलसागर आदि।