हिन्दी भाषा के विविध रूप MCQ Quiz - Objective Question with Answer for हिन्दी भाषा के विविध रूप - Download Free PDF
Last updated on Jul 1, 2025
Latest हिन्दी भाषा के विविध रूप MCQ Objective Questions
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 1:
राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा ने प्रकाशन विभाग कब स्थापित किया ?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 1 Detailed Solution
राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा ने प्रकाशन विभाग स्थापित किया- सन् 1938
Key Points
- 1938 से, समिति ने हिंदी परीक्षाओं का संचालन शुरू किया और तब से, विभिन्न स्तरों पर हिंदी परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है।
Important Pointsराष्ट्रभाषा प्रचार समिति-
- राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, महाराष्ट्र के वर्धा में स्थित एक हिन्दी सेवी संस्था है जिसकी स्थापना सन् 1936ई. में हुई।
- इसके संस्थापकों में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद, राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन, पं॰ जवाहरलाल नेहरू, श्री सुभाषचन्द्र बोस
- आचार्य नरेन्द्र देव, आचार्य काका कालेलकर, सेठ जमनालाल बजाज, बाबा राघवदास, श्री शंकरदेव, पं॰ माखनलाल चतुर्वेदी, श्री हरिहर शर्मा
- पं॰ वियोगी हरि, श्री नाथसिंह, श्री श्रीमन्नारायण अग्रवाल, बृजलाल बियाणी एवं श्री नर्मदाप्रसाद सिंह प्रमुख थे।
- समिति की भारत में 25 से अधिक राज्य इकाइयाँ हैं और भारत के बाहर बीस देशों में उसकी शाखाएँ हैं।
- राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, के सुझाव के आधार पर ही 14 सितम्बर को हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- विश्वभर हिन्दी का प्रचार एवं प्रसार हो, इस लक्ष्य के साथ राष्ट्रभाषा प्रचार समिति एक स्वंय-संचालित संस्था के रूप में प्रतिस्थापित हुई, जिसका नाम 'राष्ट्रभाषा प्रचार समिति ज्ञान मंडल' है।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 2:
किसी बोली को जब व्याकरण से परिष्कृत किया जाता है, तब वह बन जाती है :
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 2 Detailed Solution
किसी बोली को जब व्याकरण से परिष्कृत किया जाता है, तब वह बन जाती है- परिनिष्ठित भाषा
Key Pointsपरिनिष्ठित भाषा-
- परिनिष्ठित भाषा वह होती है जो किसी बोली को व्याकरण, शब्दकोश, और साहित्यिक नियमों के माध्यम से परिष्कृत करके मानक रूप में विकसित की जाती है।
- जब किसी बोली को लिखित रूप दिया जाता है और उसे व्याकरणिक संरचना प्रदान की जाती है, तो वह परिनिष्ठित भाषा बन जाती है, जैसे कि मानक हिंदी अवधी और ब्रज जैसी बोलियों से विकसित हुई।
- उदाहरण के लिए, संस्कृत को परिनिष्ठित भाषा माना जाता है, क्योंकि इसे व्याकरण (पाणिनि के अष्टाध्यायी) के माध्यम से परिष्कृत किया गया था।
Important Pointsसंपर्क भाषा-
- संपर्क भाषा वह होती है जो विभिन्न भाषा-भाषी समुदायों के बीच संचार के लिए प्रयोग की जाती है, जैसे कि हिंदी भारत में कई क्षेत्रों में संपर्क भाषा के रूप में काम करती है।
- यह किसी बोली के व्याकरणिक परिष्करण से नहीं, बल्कि संप्रेषण की सुविधा से उत्पन्न होती है।
- उदाहरण के लिए, बाजार या सार्वजनिक स्थानों पर बोली जाने वाली सामान्य भाषा संपर्क भाषा कहलाती है।
माध्यम भाषा-
- माध्यम भाषा वह होती है जिसका उपयोग शिक्षा, प्रशासन, या अन्य औपचारिक कार्यों में किया जाता है, जैसे कि हिंदी या अंग्रेजी स्कूलों में माध्यम भाषा के रूप में प्रयोग होती हैं।
- यह किसी बोली के परिष्करण का परिणाम नहीं, बल्कि उस भाषा की स्वीकृति और उपयोगिता पर निर्भर करता है।
- उदाहरण के लिए, तमिल या बंगाली माध्यम भाषा के रूप में प्रयोग की जाती हैं, लेकिन यह परिष्कृत होने की प्रक्रिया से सीधे नहीं जुड़ा है।
राष्ट्रभाषा-
- राष्ट्रभाषा वह भाषा होती है जिसे किसी राष्ट्र की आधिकारिक या प्रतीकात्मक भाषा के रूप में मान्यता दी जाती है, जैसे कि हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा है।
- यह किसी बोली के परिष्करण से नहीं, बल्कि राजनीतिक और सामाजिक स्वीकृति से निर्धारित होती है।
- उदाहरण के लिए, हिंदी को राष्ट्रभाषा बनने में समय और सरकारी नीतियों का योगदान था, न कि केवल परिष्करण।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 3:
सर्वप्रथम नागरी टाइप फाउण्ड्री कहाँ स्थापित हुई ?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 3 Detailed Solution
सर्वप्रथम नागरी टाइप फाउण्ड्री स्थापित हुई - श्रीरामपुर
Key Points
- सर्वप्रथम नागरी टाइप फाउण्ड्री 1803 में गंगा किशोर भट्टाचार्य द्वारा स्थापित की गई थी।
- उन्होंने यह फाउण्ड्री बंगाल में स्थापित की थी और इसका उपयोग नथानिएल ब्रैसी हैल्हेड की "ए ग्रामर ऑफ द बंगाल लैंग्वेज" को छापने के लिए किया था
Important Pointsश्रीरामपुर-
- श्रीरामपुर (पश्चिम बंगाल) में 1800 में विलियम कैरी और बैप्टिस्ट मिशन प्रेस ने देवनागरी लिपि के लिए टाइप फाउण्ड्री की स्थापना की।
- यहाँ हिंदी, संस्कृत, और अन्य भारतीय भाषाओं के ग्रंथों का मुद्रण शुरू हुआ, जो नागरी लिपि के प्रचार का आधार बना।
- यह स्थान प्रारंभिक मुद्रण तकनीक का केंद्र था और नागरी टाइप फाउण्ड्री की प्रथम स्थापना के लिए जाना जाता है।
Additional Informationमुम्बई-
- मुम्बई में मुद्रण उद्योग का विकास 19वीं शताब्दी के मध्य में हुआ, विशेष रूप से 1854 में कावसजी डाबर द्वारा सूती वस्त्र मिल की स्थापना के साथ।
- हालांकि, नागरी टाइप फाउण्ड्री की स्थापना का कोई प्रारंभिक प्रमाण मुम्बई से नहीं मिलता, क्योंकि यहाँ प्रारंभिक मुद्रण गतिविधियाँ बाद में शुरू हुईं।
कोलकाता-
- कोलकाता में मुद्रण का इतिहास 18वीं शताब्दी के अंत से शुरू हुआ, और यहाँ 1818 में फोर्ट ग्लास्टर में पहली सूती वस्त्र मिल की स्थापना हुई, जो असफल रही।
- बाद में, कोलकाता में बंगाली और अंग्रेजी मुद्रण के लिए प्रेस स्थापित हुए, लेकिन नागरी टाइप फाउण्ड्री की प्रथम स्थापना का श्रेय यहाँ नहीं जाता।
दिल्ली-
- दिल्ली में मुद्रण उद्योग का विकास 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में हुआ, जब नागरी प्रचारिणी सभा (1893 में स्थापित) ने हिंदी साहित्य और लिपि के प्रचार में योगदान दिया।
- हालाँकि, प्रथम नागरी टाइप फाउण्ड्री की स्थापना दिल्ली में नहीं, बल्कि श्रीरामपुर में हुई थी।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 4:
संसदीय राजभाषा समिति का गठन कब किया गया ?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 4 Detailed Solution
संसदीय राजभाषा समिति का गठन किया गया- 1976
Key Pointsसंसदीय राजभाषा समिति-
- संसदीय राजभाषा समिति भारत में राजभाषा अधिनियम, 1963 की धारा (4) के तहत गठित की गई एक प्रमुख समिति है।
- इसका गठन वर्ष 1976 में किया गया। राजभाषा के क्षेत्र में यह सर्वोच्च अधिकार प्राप्त समिति है।
- यह समिति केन्द्र सरकार के अधीन आने वाले (या सरकार द्वारा वित्तपोषित) सभी संस्थानों का समय-समय पर निरीक्षण करती है
- और राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करती है। राष्ट्रपति इस रिपोर्ट को संसद के प्रत्येक सदन में रखवाते हैं और राज्य सरकारों को भिजवाते हैं।
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 5:
प्रथम राजभाषा आयोग की स्थापना हुई :
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 5 Detailed Solution
प्रथम राजभाषा आयोग की स्थापना हुई - 7 जून, 1955 ई.
Key Pointsप्रथम राजभाषा आयोग-
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 344 में प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 7 जून 1955 को राज्य भाषा आयोग का गठन किया गया।
- बी. जी. खेर उस समय राजभाषा आयोग के अध्यक्ष थे, उन्होंने 1956 में राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
- संयुक्त संसदीय समिति द्वारा रिपोर्ट पर विचर करने के उपरांत राष्ट्रपति ने 27 अप्रैल, 1969 को एक आदेश जारी किया, जो इस प्रकार है-
- वैज्ञानिक, प्रशासनिक एवं कानूनी साहित्य संबंधी हिंदी शब्दावली तैयार करने के लिए तथा अंग्रेजी कृतियों का हिंदी में अनुवाद करने के लिए एक स्थायी आयोग का गठन किया जाए।
- संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के माध्यम के रूप में अंग्रेजी का प्रयोग चलता रहे और बाद में वैकल्पिक माध्यम के रूप में हिंदी का प्रचलन प्रारंभ किया जाए।
- संसदीय विधान कार्य अंग्रेजी में चलता रहेगा किंतु इसके प्रामाणिक हिंदी अनुवाद की व्यवस्था की जाए।
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कौन सी प्राचीन भाषा नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 6 Detailed Solution
Download Solution PDFदिये गए विकल्पों में से विकल्प 2 'पंजाबी' सही उत्तर है।
- पंजाबी भाषा पंजाब की आधुनिक भारतीय आर्यभाषा है। ग्रियर्सन ने पूर्वी पंजाबी को "पंजाबी" और पश्चिमी पंजाबी को "लहँब्रा" कहा है। वास्तव में पूर्वी पंजाबी और पश्चिमी पंजाबी पंजाबी की दो उपभाषाएँ हैं जैसे पूर्वी हिंदी और पश्चिमी हिंदी हिंदी की।
भारतीय भाषाओँ को तीन कालों में विभाजित किया गया है -
नाम |
प्रयोग काल |
उदाहरण |
प्राचीन भारतीय आर्यभाषा |
1500 ई. पू.– 500 ई. पू. |
वैदिक संस्कृत व लौकिक संस्कृत |
मध्यकालीन भारतीय आर्यभाषा |
500 ई. पू.– 1000 ई. |
पालि, प्राकृत, अपभ्रंश |
आधुनिक भारतीय आर्यभाषा |
1000 ई.– अब तक |
हिन्दी और हिन्दीतर भाषाएँ – बांग्ला, उड़िया, मराठी, |
'संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।' संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 7 Detailed Solution
Download Solution PDF'संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।' संविधान के किस अनुच्छेद में वर्णित है-अनुच्छेद 343(1)
अनुच्छेद 343(1)-
- "संघ की राजभाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी।"
- "संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग होने वाले अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप होगा।"
- इसी अनुच्छेद में यह प्रयोजन भी है कि शासकीय प्रयोजनों के लिए अंग्रेजी भाषा का प्रयोग 15 वर्षों ताक होता रहेगा।
Key Pointsहिन्दी की संवैधानिक स्थिति-
- 14 सितंबर, 1949 ई. को भारतीय संविधान में हिन्दी को राजभाषा का दर्जा दिया गया।
- भारतीय संविधान के भाग 5, 6 और 17 में राजभाषा संबंधी उपबंध हैं।
- भाग 17 का शीर्षक राजभाषा है।
- इस भाग में चार अध्याय है जो अनुच्छेद-343 से 351 के अंतर्गत समाहित है।
Important Pointsअनुच्छेद 342-
- इस अनुच्छेद में भारतीय अनुसूचित जातियों से संबंधित अनुबंध है।
अनुच्छेद 344-
- राष्ट्रपति, इस संविधान के प्रारंभ से पांच वर्ष की समाप्ति पर और तत्पश्चात ऐसे प्रारंभ से दस वर्ष की समाप्ति पर, आदेश द्वारा, एक आयोग गठित करेगा जो एक अध्यक्ष और आठवीं अनुसूची में विनिर्दिष्ट विभिन्न भाषाओँ का प्रतिनिधित्व करने वाले ऐसे अन्य सदस्यों से मिलकर बनेगा जिनको राष्ट्रपति नियुक्त करे और आदेश में आयोग द्वारा अनुसरण की जाने वाली प्रक्रिया परिनिाश्चित की जाएगी ।
- ये आयोग भारत की उन्नति की प्रक्रिया तथा अहिंदी भाषी वर्गों के हितों को ध्यान में रखते हुए अनुशंसा करेंगे।
अनुच्छेद 351-
- "संघ का यह कर्तव्य होगा कि वह हिन्दी भाषा का प्रसार बढाए, उसका विकास करे जिससे वह भारत की सामासिक संस्कॄति के सभी तत्वों की अभिव्यक्ति का माध्यम बन सके और उसकी प्रकॄति में हस्तक्षेप किए बिना हिन्दुस्तानी में और आठवीं अनुसूची में विनिर्दिष्ट भारत की अन्य भाषाओँ में प्रयुक्त रूप, शैली और पदों को आत्मसात करते हुए और जहां आवश्यक या वांछनीय हो वहां उसके शब्द-भंडार के लिए मुख्यतः संस्कॄत से और गौणतः अन्य भाषाओँ से शब्द ग्रहण करते हुए उसकी समॄद्धि सुनिाश्चित करे।"
प्रथम राजभाषा आयोग की स्थापना कब की गई?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 8 Detailed Solution
Download Solution PDFप्रथम राजभाषा आयोग की स्थापना 7 जून 1955 में की गई।
Key Points
- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 344 में प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए 7 जून 1955 को राज्य भाषा आयोग का गठन किया गया।
- बी. जी. खेर उस समय राजभाषा आयोग के अध्यक्ष थे, उन्होंने 1956 में राष्ट्रपति को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
- संयुक्त संसदीय समिति द्वारा रिपोर्ट पर विचर करने के उपरांत राष्ट्रपति ने 27 अप्रैल, 1969 को एक आदेश जारी किया, जो इस प्रकार है-
- वैज्ञानिक, प्रशासनिक एवं कानूनी साहित्य संबंधी हिंदी शब्दावली तैयार करने के लिए तथा अंग्रेजी कृतियों का हिंदी में अनुवाद करने के लिए एक स्थायी आयोग का गठन किया जाए।
- संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं के माध्यम के रूप में अंग्रेजी का प्रयोग चलता रहे और बाद में वैकल्पिक माध्यम के रूप में हिंदी का प्रचलन प्रारंभ किया जाए।
- संसदीय विधान कार्य अंग्रेजी में चलता रहेगा किंतु इसके प्रामाणिक हिंदी अनुवाद की व्यवस्था की जाए।
छठवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन कहाँ हुआ था?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 9 Detailed Solution
Download Solution PDFदिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 3 'ब्रिटेन’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- छठवां विश्व हिंदी सम्मेलन 1999 में लंदन, ब्रिटेन में आयोजित किया गया था।
- दिए गए अन्य नाम यहाँ अनुचित हैं।
- अमेरिका में - आठवाँ विश्व हिन्दी सम्मेलन
- पोर्टलुई में - दूसरा विश्व हिन्दी सम्मेलन
Additional Information
- विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी शामिल होते हैं।
- 'विश्व हिंदी सम्मेलन' की संकल्पना 'राष्ट्रभाषा प्रचार समिति', वर्धा द्वारा 1973 में की गई थी।
भारत के संविधान में राजभाषा अधिनियम कब पारित किया गया ?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 10 Detailed Solution
Download Solution PDF- यह अधिनियम राजभाषा अधिनियम, 1963 कहा जा सकेगा।
- धारा 3, जनवरी, 1965 के 26 वें दिन को प्रवृत्त होगी
- इस अधिनियम के शेष उपबन्ध उस तारीख को प्रवृत्त होंगे जिसे केन्द्रीय सरकार,शासकीय राजपत्र में अधिसूचना द्वारा नियत करे
- इस अधिनियम के विभिन्न उपबन्धों के लिए विभिन्न तारीखें नियत की जा सकेंगी।
- संविधान की धारा 343(1) के अनुसार भारतीय संघ की राजभाषा हिन्दी एवं लिपि देवनागरी है।
- संघ के राजकीय प्रयोजनों के लिये प्रयुक्त अंकों का रूप भारतीय अंकों का अंतरराष्ट्रीय स्वरूप (अर्थात 1, 2, 3 आदि) है।
- संसद का कार्य हिन्दी में या अंग्रेजी में किया जा सकता है।
भारत की राजभाषा ______ नहीं है।
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 11 Detailed Solution
Download Solution PDFKey Points
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भारत की राजभाषा मिज़ो नहीं है।
-
14 सितम्बर सन् 1949 को हिन्दी को भारत की राजभाषा स्वीकारा गया। इसके बाद संविधान में अनुच्छेद 343 से 351 तक राजभाषा के सम्बन्ध में व्यवस्था की संविधान की धारा 343(1) के अनुसार भारतीय संघ की राजभाषा हिन्दी एवं लिपि देवनागरी भी राष्ट्रपति कतिपय विशिष्ट प्रयोजनों के लिए हिन्दी के प्रयोग का प्राधिकार दे सकते हैं।
-
वर्तमान में भारतीय संविधान में 22 राजभाषाएं वर्णित हैं. वर्तमान में 22 राजभाषाएं इस प्रकार हैं; बंगाली, बोड़ो, डोगरी, गुजराती, हिन्दी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, ओड़िया, पंजाबी , संस्कृत, संथाली, सिन्धी, तमिल, तेलुगू, उर्दू और असमिया।
Additional Information
राजभाषा किसे कहते हैं?
- किसी राज्य या देश की घोषित भाषा होती है जो कि सभी राजकीय प्रयोजनों में प्रयोग होती है।
- उदाहरणतः भारत की राजभाषा हिन्दी है। केंद्रीय स्तर पर दूसरी आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है।
'विश्व हिन्दी दिवस' कब मनाया जाता है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 12 Detailed Solution
Download Solution PDF- पहला विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में किया गया था। इसमें 30 देशों के 122 प्रतिनिधियों ने शिरकत की थी।
- इसीलिए इस तारीख को चुना गया। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 2006 से 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की थी।
- विश्व हिन्दी सम्मेलन हिन्दी भाषा का सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन है, जिसमें विश्व भर से हिन्दी विद्वान, साहित्यकार, पत्रकार, भाषा विज्ञानी, विषय विशेषज्ञ तथा हिन्दी प्रेमी जुटते हैं।
दिवस |
दिनांक |
हिंदी दिवस |
14 सितम्बर |
विश्व हिंदी दिवस | 10 जनवरी |
वेलेंटाइन वीक के चौथे दिन (टेडी डे) |
10 फरवरी |
भारतीय महिला दिवस |
10 मार्च |
विश्व में हिन्दी भाषा को_______ स्थान प्राप्त है
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 13 Detailed Solution
Download Solution PDFविश्व में हिन्दी भाषा को तृतीय स्थान प्राप्त हैI अन्य विकल्प उपयुक्त नहीं हैंI
Key Points
- आज दुनिया भर में बोली जाने वाली सभी भाषाओं में हिंदी तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हैI
- हिंदी भाषा की लिपि (देवनागरी) विश्व की सर्वाधिक वैज्ञानिक लिपि है।
- आज वैश्वीकरण के दौर में, हिंदी विश्व स्तर पर एक प्रभावशाली भाषा बनकर उभरी है।
- आज पूरी दुनिया में 175 से अधिक विश्वविद्यालयों में हिन्दी भाषा पढ़ाई जा रही है।
- ज्ञान-विज्ञान की पुस्तकें बड़े पैमाने पर हिंदी में लिखी जा रही है।
- सोशल मीडिया और संचार माध्यमों में हिंदी का प्रयोग निरंतर बढ़ रहा है।
Additional Information हिंदी की बोलियाँ-
हिन्दी की अनेक बोलियाँ (उपभाषाएँ) है-
- जिनमें अवधी, ब्रजभाषा, कन्नौजी, बुंदेली, बघेली, हड़ौती,भोजपुरी, हरयाणवी, राजस्थानी, छत्तीसगढ़ी, मालवी, नागपुरी, खोरठा, पंचपरगनिया, कुमाउँनी, मगही आदि प्रमुख हैं।
- हिन्दी की बोलियाँ और उन बोलियों की उपबोलियाँ हैं जो अपने में एक बड़ी परंपरा, इतिहास, सभ्यता को समेटे हुए हैं।
हिन्दी भाषा किस लिपि में लिखी जाती है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 14 Detailed Solution
Download Solution PDFहिन्दी भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। अन्य विकल्प असंगत है। अतः सही उत्तर विकल्प 3) देवनागरी लिपि होगा ।
Key Points
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Additional Information
ब्राह्मी लिपि |
ब्राह्मी लिपि भारत की प्राचीनतम लिपियों में से एक है। इसके प्रयोग के प्राचीन उदाहरण अशोक के अभिलेखों के रूप में उपलब्ध हैं। यह बाएँ से दाएँ लिखी जाती है। |
गुरुमुखी |
गुरमुखी लिपि (ਗੁਰਮੁਖੀ ਲਿਪੀ) एक लिपि है जिसमें पंजाबी भाषा लिखी जाती है। इस लिपि में तीन स्वर और 32 व्यंजन हैं। स्वरों के साथ मात्राएँ जोड़कर अन्य स्वर बना लिए जाते हैं। |
हिन्दी पर सामासिक संस्कृति के वहन का दायित्व संविधान के किस अनुच्छेद में निर्धारित है?
Answer (Detailed Solution Below)
हिन्दी भाषा के विविध रूप Question 15 Detailed Solution
Download Solution PDF- सही उत्तर विकल्प 4 है।
- अनुच्छेद 351
Key Points
संविधान में हिंदी भाषा संबंधी निम्नलिखित अनुच्छेद हैं
अनुच्छेद 343 |
संघ की राजभाषा हिंदी होगी और लिपि देवनागरी भारतीय अंकों का रूप अंकों का अंतर्राष्ट्रीय रूप |
अनुच्छेद 344 |
राष्ट्रपति द्वारा राजभाषा आयोग का गठन |
अनुच्छेद 345 |
राज्य की भाषा हिंदी, अंग्रेजी अथवा उस राज्य में बोले जाने वाली कोई एक भाषा होगीI |
अनुच्छेद 346 |
राज्यों के बीच में आपसी संवाद और राज्य और संघ के बीच में आपसी संवाद की भाषा |
अनुच्छेद 347 |
राज्य की दूसरी भाषा जो जनसंख्या द्वारा मांगी गयी होI |
अनुच्छेद 348 |
उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय की भाषा |
अनुच्छेद 349 |
संविधान के प्रारम्भ के 15 वर्ष की अवधि के दौरान प्रयोग की जाने वाली भाषा का उपबंध करने वाला विधेयक से सम्बंधित |
अनुच्छेद 350 |
शिकायत की भाषा भाषाई अल्पसंख्यक वर्ग को उसकी मातृभाषा में शिक्षा भाषाई अल्पसंख्यक वर्गों के लिए विशेष भाषा अधिकारी की नियुक्ति |
अनुच्छेद 351 |
हिंदी भाषा का प्रचार, प्रसार तथा उन्नति |
- संसद कार्य की भाषा हिंदी या अंग्रेजी होगी - भाग 5, अनुच्छेद 120
- राज्य विधान मंडल की भाषा हिंदी या अंग्रेजी - भाग 6, अनुच्छेद 210
- राजभाषा आयोग - गठन 1955
- अध्यक्ष - बीजी खेर
- राजभाषा समिति - गठन 1957
- अध्यक्ष - जीबी पंत