प्रेमचंदोत्तर युग MCQ Quiz in বাংলা - Objective Question with Answer for प्रेमचंदोत्तर युग - বিনামূল্যে ডাউনলোড করুন [PDF]
Last updated on Mar 24, 2025
Latest प्रेमचंदोत्तर युग MCQ Objective Questions
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प्रेमचंदोत्तर युग Question 1:
“मुझे उन लोगों से ज़रा भी हमदर्दी नहीं है, जो बातें तो करते हैं कम्यूनिस्टों की-सी, मगर जीवन है रईसों का-सा, उतना ही विलासमय, उतना ही स्वार्थ से भरा हुआ।” - यह कथन किस उपन्यास का है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 1 Detailed Solution
“मुझे उन लोगों से ज़रा भी हमदर्दी नहीं है, जो बातें तो करते हैं कम्यूनिस्टों की-सी, मगर जीवन है रईसों का-सा, उतना ही विलासमय, उतना ही स्वार्थ से भरा हुआ।” - यह कथन गोदान उपन्यास का है।
उपर्युक्त संवाद गोदान उपन्यास में मेहता ने रायसाहब को कही है।
- गोदान, प्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है।
- कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं।
- इसका प्रकाशन 1936 ई. में हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई द्वारा किया गया था। इसमें भारतीय ग्राम समाज एवं परिवेश का सजीव चित्रण है।
Key Pointsगोदान-
- रचनाकार-प्रेमचंद
- प्रकाशन वर्ष-1936 ई.
- विधा- उपन्यास
- मुख्य पात्र-
- होरी
- राय साहब
- मेहता
- मालती
- गोविंदी आदि।
Important Pointsप्रेमचंद-
- जन्म-1880-1936 ई.
- प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने हिन्दी समाचार पत्र जागरण तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन किया।
- प्रमुख रचनाएँ-
- सेवासदन- (1918)
- प्रेमाश्रम (1922)
- रंगभूमि (1925)
- निर्मला (1925)
- कायाकल्प (1926)
- प्रतिज्ञा (1927)
- गबन (1928)
- कर्मभूमि (1932)
- गोदान (1936) आदि।
प्रेमचंदोत्तर युग Question 2:
प्रेमचन्द का उपन्यास है:-
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 2 Detailed Solution
रंगभूमि, प्रेमचंद का उपन्यास है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) रंगभूमि सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं। जददरो
- रंगभूमि लेखक-मुंशी प्रेमचंद पूँजीवाद के साथ जनसंघर्ष व बदलाव की महान गाथा है प्रेमचंद की ‘रंगभूमि’।
Important Points
- धनपत राय श्रीवास्तव (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) प्रेमचंद नाम से जाने जाते हैं।
- प्रेमचंद के साहित्यिक जीवन का आरंभ 1901 से हो चुका था आरंभ में वे नवाब राय के नाम से उर्दू में लिखते थे।
- उनका पहला उपलब्ध लेखन उर्दू उपन्यास 'असरारे मआबिद' है।
प्रेमचंद जी के प्रमुख उपन्यास निम्नलिखित हैं:-
प्रेमचंदोत्तर युग Question 3:
निम्न में से मन्नू भंडारी का उपन्यास है:-
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 3 Detailed Solution
"आपका बंटी", "मन्नू भंडारी" का उपन्यास है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (3) आपका बंटी सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं
- आपका बंटी उपन्यास बाल मनोविज्ञान पर आधारित है।
- इसका प्रकाशन वर्ष 1979 ईस्वी है।
- प्रमुख पात्र:- बंटी, शकुन, अजय, वकील चाचा, फूफी, डा. जोशी, अमी और जोत
- इस उपन्यास से स्त्री विमर्श को सही धरातल पर समझा जा सकता है।
- मन्नू भंडारी (जन्म 3 अप्रैल 1931) हिन्दी की सुप्रसिद्ध कहानीकार हैं।
- मन्नू भंडारी के अन्य उपन्यास
- एक इंच मुस्कान(1962) :-
- लेखक और पति राजेंद्र यादव के साथ लिखा गया उनका उपन्यास एक इंच मुस्कान "पढ़े लिखे आधुनिक लोगों की एक दुखांत प्रेमकथा है जिसका एक-एक अंक लेखक-द्वय ने क्रमानुसार लिखा।"
- महाभोज (1979) :-
- यह उपन्यास नौकरशाही और राजनीति में व्याप्त भ्रष्टाचार के बीच आम आदमी की पीड़ा को उद्घाटित करता है।
- एक इंच मुस्कान(1962) :-
प्रेमचंदोत्तर युग Question 4:
निम्नलिखित मे से किस उपन्यास मे 'लाला मदनमोहन' के दीवानखाने का वर्णन किया गया है
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 4 Detailed Solution
लाला मदनमोहन परीक्षागुरू उपन्यास के मुख्य पात्र हैं जो कि महाजनी संस्कृति के प्रतीक हैंI यहाँ उन्हीं के दीवानखाने का वर्णन किया गया हैI
Key Points
- हिन्दी का पहला मौलिक उपन्यास I
- लेखक - लाला श्रीनिवासदास
- प्रकाशन - 1882 I
- इसमें दिल्ली के सेठ मदनमोहन की कहानी है जो कुसंगति के कारण अपना धन बर्बाद कर देते हैं और फिर एक मित्र के प्रयासों द्वारा कुसंगति से बहार निकलते हैंI
- इस उपन्यास के माध्यम से लेखक ने यह सन्देश दिया है कि सच्चे मित्र की पहचान विपत्ति में होती है और परीक्षा ही सबसे बड़ा गुरु हैI
- पात्र - लाला मदनमोहन, वकील बृजकिशोर, मुंशी चुन्नीलाल, मास्टर शम्भूदयाल, पुरुषोत्तमदास आदि I
Additional Information
- भाग्यवती - श्रद्धाराम फिलौरी - 1877 में प्रकाशित हुआI
- नूतन ब्रह्मचारी - बालकृष्ण भट्ट - 1886 में प्रकाशित हुआI
- श्यामा स्वप्न- ठाकुर जगमोहन सिंह - 1888 में प्रकाशित हुआI
प्रेमचंदोत्तर युग Question 5:
निम्नलिखित में से कौन-सा सही सुमेलित नहीं है
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 5 Detailed Solution
रागदरबारी - फणीश्वरनाथ रेणु, युग्म गलत है।
- राग दरबारी श्री लाल शुक्ल जी का प्रसिद्ध उपन्यास है।
Key Points
- राग दरबारी : शिवपाल गंज का चित्रण
- ‘राग दरबारी’ का लेखन 1964 के अन्त में शुरू हुआ और अपने अन्तिम रूप में 1967 में समाप्त हुआ।
- 1968 में इसका प्रकाशन हुआ और 1969 में इस पर श्रीलाल शुक्ल को "साहित्य अकादमी" का पुरस्कार मिला।
- 1986 में एक दूरदर्शन-धारावाहिक के रूप में इसे लाखों दर्शकों की सराहना प्राप्त हुई।
Additional Information
- फणीश्वर नाथ रेणु के उपन्यास:
- मैला आंचल - सन् 1954
- परिती कथा - सन् 1957
- दीर्घतपा - सन् 1963
- जुलुस - सन् 1965
- पलटू बाबू रोड - सन् 1971
प्रेमचंदोत्तर युग Question 6:
'मैला आंचल' उपन्यास के पात्र नहीं है -
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 6 Detailed Solution
'मैला आंचल' उपन्यास के पात्र-2) श्रीधर और सरस्वती नहीं है।
Important Points
- फणीश्वरनाथ रेणु की कालजयी कृति 'मैला आँचल' हिंदी का श्रेष्ठ और सशक्त आंचलिक उपन्यास है।
- इसका प्रकाशन वर्ष-1954 है।
- इस उपन्यास की कथावस्तु बिहार राज्य के पूर्णिया जिले के मेरीगंज की ग्रामीण जिंदगी से सम्बंधित है।
Hint
पात्र |
पात्र परिचय |
प्रशांत |
डॉक्टर,प्रमुख पात्र |
कालीचरण |
मेरीगंज के जागरण का दूसरा महत्तवपूर्ण पात्र |
कमली |
स्त्री पत्रों में प्रमुख पात्र |
सुमरितदास |
गौण पात्र |
हरगौरी सिंह |
तहसीलदार |
मंगलादेवी |
चरखा सेंटर की मास्टरनी |
प्रेमचंदोत्तर युग Question 7:
'झूला नट' उपन्यास की रचनाकार है:
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 7 Detailed Solution
- झूला नट उपन्यास की रचना मैत्रेयी पुष्पा जी की है, अत: सही विकल्प 1) मैत्रेयी पुष्पा ही।
- यह मैत्रेयी पुष्पा जी का एक प्रसिद्ध उपन्यास है।
Key Points
मैत्रेयी पुष्पा जी की अन्य प्रसिद्ध रचनाएँ-
- 'कस्तूरी कुंडली बसैं'
- 'बेतवा बहती रही'
- 'स्मृति दंश', 'फैसला'
- 'सिस्टर'
- 'अब फूल नहीं खिलते'
- गुड़िया भीतर गुड़िया (आत्मकथा)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 8:
शेखर एक जीवनी के प्रथम भाग में कौन सा खंड नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 8 Detailed Solution
बन्धन और जिज्ञासा, शेखर एक जीवनी के प्रथम भाग में खंड नहीं है।
- शेखर: एक जीवनी (प्रथम भाग : उत्थान)
- उषा और ईश्वर
- बीज और अंकुर
- प्रकृति और पुरूष
- पुरूष और परिस्थिति।
- शेखर: एक जीवनी (द्वितीय भाग : संघर्ष)
- रूष और परिस्थिति,
- बन्धन और जिज्ञासा
- शशि और शेखर
- धागे-रस्सी, रस्सियाँ, गुन्झर।
Key Points
- यह जीवनी रुपी उपन्यास अज्ञेय द्वारा लिखा गया है।
- जिसमें शेखर मुख्य पात्र हैI
- इसके दो भाग हैंI
- प्रथम भाग का प्रकाशन 1941 - उत्थान
- दूसरे भाग का प्रकाशन 1944 - संघर्ष
- यह एक मनोवैज्ञानिक उपन्यास है।
Additional Information
- अज्ञेय का पूरा नाम - सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय'
- अज्ञेय महत्वपूर्ण रचनाएँ निम्न है:-
- हरी घास पर क्षण भर - कविता संग्रह - सन् 1949
- 1964 में आँगन के पार द्वार पर साहित्य अकादमी पुरस्कार
- 1979 में कितनी नावों में कितनी बार पर भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ।
प्रेमचंदोत्तर युग Question 9:
उपन्यास को मनोरंजन से ऊपर उठाकर जीवन के जोड़ने वाले लेखक है:-
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 9 Detailed Solution
उपन्यास को मनोरंजन से ऊपर उठाकर जीवन को जोड़ने वाले लेखक हैं मुंशी प्रेमचंद जी है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) मुंशी प्रेमचंद सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
- धनपत राय श्रीवास्तव (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936) प्रेमचंद नाम से जाने जाते हैं।
- प्रेमचंद के साहित्यिक जीवन का आरंभ 1901 से हो चुका था आरंभ में वे नवाब राय के नाम से उर्दू में लिखते थे।
- उनका पहला उपलब्ध लेखन उर्दू उपन्यास 'असरारे मआबिद' है।
प्रेमचंद जी के प्रमुख उपन्यास निम्नलिखित हैं:-
प्रेमचंदोत्तर युग Question 10:
'दुक्खम-सुक्खम' उपन्यास की लेखिका है
Answer (Detailed Solution Below)
प्रेमचंदोत्तर युग Question 10 Detailed Solution
"दुक्खम सुक्खम" उपन्यास ममता कालिया का है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (3) ममता कालिया सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
- ममता कालिया (02 नवम्बर,1940)
- लगभग आधी सदी के काल खण्ड में उन्होंने 200 से अधिक कहानियों की रचना की है।
- सम्मान और पुरस्कार
- वर्ष 2017 में प्रतिष्ठित ‘व्यास सम्मान’
- अभिनव भारती सम्मान
- साहित्य भूषण सम्मान
- यशपाल स्मृति सम्मान
- महादेवी स्मृति पुरस्कार
- कमलेश्वर स्मृति सम्मान
- सावित्री बाई फुले स्मृ्ति सम्मान
- अमृत सम्मान
- लमही सम्मान (2009)
- जनवाणी सम्मान (2008)
- सीता पुरस्कार (2012)
Additional Information
ममता कालिया के उपन्यास निम्नलिखित हैं:-