प्रथमकक्षायाः कबीरः 'अङ्कः' इति पदम् 'अङ्कः' इति लिखति। एतत् किं दर्शयति?

This question was previously asked in
CTET Paper 1 - 31st Dec 2021 (English-Hindi-Sanskrit)
View all CTET Papers >
  1. तेन त्रुटिपूर्णा अवधारणा विकसिता।
  2. तस्मिन् स्वरविज्ञानस्य संचेतना विकासमानः अस्ति। 
  3. तेन पूर्वाज्ञातं पुनर्ज्ञेयः।
  4. तेन पूर्वतः अधिकः अभ्यासः करणीयः।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : तस्मिन् स्वरविज्ञानस्य संचेतना विकासमानः अस्ति। 
Free
CTET CT 1: TET CDP (Development)
74.3 K Users
10 Questions 10 Marks 8 Mins

Detailed Solution

Download Solution PDF

प्रश्नानुवाद - प्रथम कक्षा का कबीरः 'अङ्कः' इस पद को 'अङ्कः' यह लिखता है। यह क्या दिखाता है?

स्पष्टीकरण - प्रथम कक्षा का एक बालक कबीर अंक को अंक लिखता है, यह दिखाता है कि उसका स्वर विज्ञान का सचेतन विकास हो रहा है। अर्थात् वह बालक एक शब्द को सुनकर उसे सही लिखता है, जहाँ उसे यह ज्ञान हो गया है कि वह किसी शब्द को सुनने के बाद उसे शुद्ध लिख सकता है।

यह लेखन कौशल से सम्बद्ध है। जहाँ वह श्रुतलेख की क्रिया में शब्दों को सुनकर लिखता है और इस तरह उसने शुद्ध शब्दों को लिखना सीख लिया है। जो उसकी लेखन कौशल में दक्षता को दर्शाता है। श्रुतलेख छात्रों की वर्तनी सम्बन्धी अशुद्धियों को दूर करने के लिए किया जाता है। जिससे वे सुनकर शुद्ध लिख सकें।

किसी भाषा को सीखने में ये चार कौशल महत्वपूर्ण होते हैं - श्रवण, सम्भाषण, पठन और लेखन (LSRW)।

  • सुनने और पढ़ने का उपयोग सूचना प्राप्त करने के लिए चैनल के रूप में किया जाता है, इस प्रकार इन दो कौशलों को ग्रहणात्मक कौशल कहा जाता है।
  • बोलने और लिखने का उपयोग सूचना भेजने के लिए चैनल के रूप में किया जाता है, इसलिए इन दो कौशलों को अभिव्यक्तात्मक कौशल/उत्पादक कौशल कहा जाता है।

Important Points

लेखन कौशल-

लेखन कौशल चारों भाषा कौशलों (श्रवण, सम्भाषण, पठन, लेखन) में सबसे अंतिम कौशल है। 

  • 'लेखन कौशल' भाषायी कौशल का लिखित अभिव्यक्त रूप है। लेखन कला का विकास अभ्यास से होता है।
  • यह बच्चों द्वारा अपने भावों और मौलिक विचारों को अर्थपूर्ण तरीके से लिखित रूप देने तथा विभिन्न उद्देश्यों के लिए लिखने की क्षमता से संबंधित है।
  • अपने मौलिक विचारों की अभिव्यक्ति को लिखित रूप देना तथा विभिन्न उद्देश्यों के लिए लिखने की क्षमता का होना, लेखन कौशल को प्रभावी बनाता है।

लेखन के सोपान

लेखन कौशल के 3 प्रमुख सोपान होते हैं -

  • अनुलेख - यह लेखन का प्रथम सोपान होता है, जिसमें सामग्री को देख कर लेखन क्रिया की जाती है। इसका प्रयोग प्राथमिक स्तर पर किया जाता है।
  • श्रुतलेख - श्रुतलेख का शाब्दिक अर्थ होता है - ‘सुनकर लिखना’। भाषा शिक्षण के श्रुतलेख अभ्यास विधि के अन्तर्गत शिक्षक एक-एक शब्दों का शुद्ध उच्चारण करता है तथा बच्चे उन्हें सुनकर अपनी पुस्तिका में लिखते हैं। इससे उनकी वर्तनी सम्बन्धी अशुद्धियों को भी शुद्ध किया जाता है। वे सुनकर शुद्ध लिखना सीख जाते हैं।
  • स्वतन्त्र लेखन - अंत में स्वतन्त्र लेखन में निबंध, दैनन्दिनी, अनुच्छेद, सारांश की गणना होती है। जिसमें छात्र स्वतन्त्र रूप से अपने विचारों को लिखकर अभिव्यक्त करता है। जो उनके लेखन कौशल और उनकी अभिव्यक्ति की क्षमता को प्रदर्शित करता है।

 

अतः कहा जा सकता है कि प्रथम कक्षा का एक बालक कबीर अंक को अंक लिखता है, यह दिखाता है कि उसका स्वर विज्ञान का सचेतन विकास हो रहा है। 

Latest CTET Updates

Last updated on Apr 30, 2025

-> The CTET 2025 Notification (July) is expected to be released anytime soon.

-> The CTET Exam Date 2025 will also be released along with the notification.

-> CTET Registration Link will be available on ctet.nic.in.

-> CTET is a national-level exam conducted by the CBSE to determine the eligibility of prospective teachers.  

-> Candidates can appear for CTET Paper I for teaching posts of classes 1-5, while they can appear for CTET Paper 2 for teaching posts of classes 6-8.

-> Prepare for the exam with CTET Previous Year Papers and CTET Test Series for Papers I &II.

More भाषा विज्ञान Questions

Get Free Access Now
Hot Links: teen patti 500 bonus teen patti dhani teen patti star apk