निर्देश: प्रदत्तविकल्पेभ्यः समुचितम् उत्तरं चिनुत -

प्रायः छात्राः संस्कृतपाठान् पठितुं भावं च स्पष्टीकर्तुम् असमर्थाः भवन्ति। समाधानं किम्?

This question was previously asked in
CTET Feb 2014 Paper 1 (L - I/II: Hindi/English/Sanskrit) (Hinglish Solution)
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  1. उच्चैः पठनम्
  2. समुचितम् उच्चारणं श्रुत्वा पुनः पुनः उच्चारण-अभ्यासः अध्यापकानां च साहाय्येन भावकथनस्य अभ्यासः
  3. केवलं सरलशब्दानां प्रयोगः
  4. अध्यापकद्वारा उच्चरितशब्दानाम् अनुकरणम्

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : समुचितम् उच्चारणं श्रुत्वा पुनः पुनः उच्चारण-अभ्यासः अध्यापकानां च साहाय्येन भावकथनस्य अभ्यासः
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प्रश्न अनुवाद - प्रायः छात्र संस्कृत पाठ पढने में तथा स्पष्टीकरण करने में असमर्थ होते है, समाधान क्या है?

स्पष्टीकरण - प्राय: में छात्रों को भाषा अधिगम तथा संस्कृत पाठ पढने और स्पष्टीकरण करने में असमर्थता होती है इस समस्या का समाधान 'योग्य उच्चारण को बार-बार सुनकर उच्चारण का अभ्यास करना तथा अध्यापकों के सहायता से भाव कथन का अभ्यास करने से' हो सकता है। 

संस्कृत भाषा का ध्वनितत्व वैज्ञानिक है, इस भाषा में प्रत्येक ध्वनि के लिए निश्चित अक्षर हैं और उनका सटीक उच्चारण है। उच्चारण पर बल न देने पर उच्चारण दोष उत्पन्न होता है और भाषा का रूप विकृत होता है, उसका निश्चित रूप नहीं बन पाता है ।शुद्ध उच्चारण के अभाव में मौखिक भाषा अस्वाभाविक एवं प्रभावहीन हो जाती है। प्राय: हम जैसा उच्चारण करते हैं या बोलते हैं वैसा ही लिखते हैं। अत: लिखित भाषा में भी वे दोष आ जाते हैं। शब्दों की वर्तनी की अशुद्धता के कारण हमारा उच्चारण अशुद्ध हो जाता है। इस प्रकार 'शुद्ध उच्चारण का बड़ा महत्व' है। वही भाषा का स्वरूप निखारता है।

अयोग्य उच्चारण स्पष्टीकरण में बाधा - 

उच्चारण करने से पूर्व मन में विचारों का जन्म होता है। विचारों की अभिव्यक्ति शब्दों के माध्यम से होती है। शब्द किसी अर्थ के परिचायक होते हैं। “शब्द और अर्थ एक ही सिक्के के दो पाश्र्व हैं।” वाक्यप्रदीप में भी कहा गया है- “एकस्यैवात्मनौ भेदौ शब्दार्थो पृथक स्थितौ।”

अत: संस्कृत पाठ पढने से पहले उच्चारण स्थान का ज्ञान करना आवश्यक है। उपर्युक्त समस्या का निराकरण 'योग्य उच्चारण को बार-बार सुनकर उच्चारण का अभ्यास करना तथा अध्यापकों के सहायता से भाव कथन का अभ्यास करने से' हो सकता है।

Additional Information 

  • उच्चैः पठनम् - जोर-जोर से पढ़ना।
  • केवलं सरलशब्दानां प्रयोगः -  केवल सरल शब्दों का प्रयोग करना।
  • अध्यापकद्वारा उच्चरितशब्दानाम् अनुकरणम् -  अध्यापकों द्वारा उच्चारित किए गए शब्दों का अनुकरण करना। 
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