Question
Download Solution PDFनिम्नलिखित में से कौन सा शिक्षा के बारे में रवींद्रनाथ टैगोर के विश्वासों के बारे में सही है?
I. निर्देश का माध्यम अंग्रेजी होना चाहिए
II. प्रकृति ज्ञान का सबसे समृध्द स्त्रोत है
III. रचनात्मक गतिविधियों को शिक्षा में एक केंद्रीय भूमिका निभानी चाहिए
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDF1913 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले रवींद्रनाथ टैगोर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक महान कवि के रूप में जाना जाता है। उनका जन्म वर्ष 1861 में कलकत्ता, बंगाल में हुआ था। अपने शुरुआती दिनों से, रवींद्रनाथ एक ऐसे घर में पले-बढ़े, जहां उस समय के भारतीय समाज में उभर रहे सभी बदलावों को उनके दिन-प्रतिदिन के जीवन में महसूस किया जा रहा था। टैगोर की शिक्षा का दर्शन:
- टैगोर ने शिक्षा के अपने दर्शन में इंद्रियों के कलात्मक विकास पर बहुत जोर और महत्त्व दिया।
- उन्होंने तर्क दिया कि इंद्रियों का विकास उतना ही महत्वपूर्ण था जितना कि बौद्धिक विकास।
- इसलिए उन्होंने विद्यालय के दैनिक जीवन में संगीत, साहित्य, कला, नृत्य और नाटक को प्रमुखता दी।
- टैगोर व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में विश्वास करते थे और उनकी संस्था में शिक्षा छात्रों के सर्वांगीण विकास को संबोधित करती है।
- शिक्षा के टैगोर के सिद्धांत को प्राकृतिक और सौंदर्य मूल्यों द्वारा चिह्नित किया गया है। उनकी यह धारणा थी कि "सभी समस्याओं के हल की ओर जाने वाला सबसे बृहदमार्ग शिक्षा है।"
- शिक्षा जीवन का एक नया स्वरूप विकसित कर सकती है जिसका समापन सार्वभौमिक व्यक्ति की प्राप्ति में होता है।
- टैगोर की शिक्षा प्रणाली मानव जीवन के बौद्धिक, शारीरिक, सामाजिक, नैतिक आर्थिक और आध्यात्मिक पहलुओं पर जोर देती है जिसके द्वारा एक आदमी एक एकीकृत व्यक्तित्व विकसित कर सकता है।
- टैगोर का मानना था कि शिक्षा के साथ-साथ आर्थिक उत्थान भी आवश्यक है।
अतः, हम यह निष्कर्ष निकालते हैं कि उपरोक्त कथन टैगोर द्वारा दिया गया है।
Last updated on May 12, 2025
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