उपन्यास MCQ Quiz in తెలుగు - Objective Question with Answer for उपन्यास - ముఫ్త్ [PDF] డౌన్లోడ్ కరెన్
Last updated on Mar 17, 2025
Latest उपन्यास MCQ Objective Questions
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उपन्यास Question 1:
देवकीनंदन खत्री का 'चंद्रकांता' उपन्यास किस वर्ग में आता है?
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 1 Detailed Solution
देवकीनंदन खत्री का 'चंद्रकांता' उपन्यास तिलस्मी व ऐयारी उपन्यास है।
Important Points'चंद्रकांता'-
- चंद्रकांता संतति लोक विश्रुत साहित्यकार बाबू देवकीनंदन खत्री का विश्वप्रसिद्ध ऐय्यारी उपन्यास है।
- खत्री जी ने पहले चन्द्रकान्ता लिखा फिर उसकी लोकप्रियता और सफलता को देख कर उन्होंने कहानी को आगे बढ़ाया और 'चन्द्रकान्ता संतति' की रचना की।
- हिन्दी के प्रचार प्रसार में यह उपन्यास मील का पत्थर है।
- लाखों लोगों ने चन्द्रकान्ता संतति को पढ़ने के लिए ही हिन्दी सीखी।
- घटना प्रधान, तिलिस्म, जादूगरी, रहस्यलोक, एय्यारी की पृष्ठभूमि वाला हिन्दी का यह उपन्यास आज भी लोकप्रियता के शीर्ष पर है।
Key Points देवकीनंदन खत्री-(1861-1913)
- देवकीनन्दन खत्री हिंदी के प्रथम तिलिस्मी लेखक थे। उन्होने चंद्रकांता, चंद्रकांता संतति, काजर की कोठरी, नरेंद्र-मोहिनी, कुसुम कुमारी, वीरेंद्र वीर, गुप्त गोदना, कटोरा भर, भूतनाथ जैसी रचनाएं की।
- 'भूतनाथ' को उनके पुत्र दुर्गा प्रसाद खत्री ने पूरा किया।
उपन्यास Question 2:
‘प्रेमसागर’ के लेखक कौन हैं ?
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 2 Detailed Solution
‘प्रेमसागर’ के लेखक लल्लू लाल हैं।
प्रेमसागर
- यह एक ग्रंथ है।
- भाषा - प्रारम्भिक हिन्दी खड़ीबोली
- इसमें भागवत पुराण के दशम स्कन्ध की कथा है।
- इसमे 90 अध्याय है।
- डब्लू. होलिंग्स ने सन् 1848 में अंग्रेज़ी में 'प्रेमसागर' का अनुवाद किया।
अन्य विकल्प गलत हैं।
Important Pointsअन्य लेखकों की रचनाएँ -
सदल मिश्र | सदासुखलाल नियाज | रामप्रसाद निरंजनी |
नासिकेतोपाख्यान | सुख सागर | भाषा योग वशिष्ठ |
रामचरित | मुंतखब्बुत्तवारीख | - |
बरते थे | - | - |
फूलन्ह के बिछाने | - | - |
Additional Informationलल्लू लाल
- कविता में इनका उपनाम लाल कवि था।
- जन्म - 1763 ई.
- निधन - 1835 ई.
- ग्रंथ -
- सिंहासन बत्तीसी
- बैताल पच्चीसी
- शंकुतला
- माधवानल
- प्रेम सागर
- ब्रज भाषा व्याकरण
उपन्यास Question 3:
दिए गए उपन्यासों में कौन सा उपन्यास नागार्जुन का नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 3 Detailed Solution
दिए गए विकल्पों में से सही उत्तर विकल्प 4 'चितलेखा’ है। अन्य विकल्प इसके गलत उत्तर हैं।
Key Points
- 'दिए गए विकल्पों में से 'चित्रलेखा' उपन्यास' नागार्जुन का नहीं है।
- यह उपन्यास भगवती चरण वर्मा का है।
- अन्य सभी उपन्यास नागार्जुन के हैं।
- भगवती चरण वर्मा के अन्य उपन्यास - तीन वर्ष, टेढ़े-मेढ़े रास्ते, भूले बिसरे चित्र आदि।
Additional Information
- उपन्यास गद्य लेखन की एक विधा है।
- अर्नेस्ट ए. बेकर ने उपन्यास की परिभाषा देते हुए उसे गद्यबद्ध कथानक के माध्यम द्वारा जीवन तथा समाज की व्याख्या का सर्वोत्तम साधन बताया है।
- उपन्यास का अर्थ होता है - सामने रखना।
- अर्थात उपन्यास वह विधा है जिसमें मानव जीवन के किसी तत्व को उक्ति उक्त रूप में समन्वित कर रखा जाये।
उपन्यास Question 4:
निम्नलिखित में से कौन सी प्रेमचंद की कृति नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर 'मैला आंचल' है।
Key Points
- 'मैला आँचल' प्रेमचंद की रचना नहीं है।
- 'मैला आँचल' फणीश्वर नाथ रेणु की रचना है।
- जिसका प्रकाशन वर्ष 1954 ई. है।
- मैला आँचल उपन्यास की सामाजिक राजनीतिक भूमिका मैला आँचल में ग्राम्य समस्या का चित्रण मैला आँचल यथार्थवादी समस्यामूलक आंचलिक उपन्यास है।
- अन्य सभी रचनाएँ प्रेमचंद द्वारा रचित हैं-
- कर्मभूमि- प्रेमचन्द का राजनीतिक उपन्यास है जो पहली बार 1932 में प्रकाशित हुआ। आज कई प्रकाशकों द्वारा इसके कई संस्करण निकल चुके हैं। इस उपन्यास में विभिन्न राजनीतिक समस्याओं को कुछ परिवारों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
- मानसरोवर (कथा संग्रह)- प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहानियों का संकलन है। उनके निधनोपरांत मानसरोवर नाम से 8 खण्डों में प्रकाशित इस संकलन में उनकी दो सौ से भी अधिक कहानियों को शामिल किया गया है।
- शतरंज के खिलाड़ी- मुंशी प्रेमचंद की हिन्दी कहानी है। इसकी रचना उन्होने अक्टूबर 1924 में की थी और यह 'माधुरी' पत्रिका में छपी थी।
Additional Information
- धनपत राय श्रीवास्तव (31 जुलाई 1880 – 8 अक्टूबर 1936)- हिन्दी और उर्दू के सर्वाधिक लोकप्रिय उपन्यासकार, कहानीकार एवं विचारक थे।
- उन्होंने सेवासदन, प्रेमाश्रम, रंगभूमि, निर्मला, गबन, कर्मभूमि, गोदान आदि लगभग डेढ़ दर्जन उपन्यास तथा कफन, पूस की रात, पंच परमेश्वर, बड़े घर की बेटी, बूढ़ी काकी, दो बैलों की कथा आदि तीन सौ से अधिक कहानियाँ लिखीं।
- उन्होंने हिंदी समाचार पत्र जागरण तथा साहित्यिक पत्रिका हंस का संपादन और प्रकाशन भी किया।
- हिंदी कहानी तथा उपन्यास के क्षेत्र में 1918 से 1936 तक के कालखंड को प्रेमचंद युग' या 'प्रेमचन्द युग' कहा जाता है।
उपन्यास Question 5:
'परती परिकथा' के रचनाकार हैं
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 5 Detailed Solution
- 'परती परिकथा' के रचनाकार हैं : फणीश्वर नाथ रेणु
- रचनाकाल : 1957
- मैला आँचल, परती परिकथा, दीर्घतपा, पलटू बाबू:- यह इन उपन्यासों का उचित क्रम है।
Key Points
- मैला आंचल - सन् 1954
- परिती कथा - सन् 1957
- दीर्घतपा - सन् 1963
- जुलुस - सन् 1965
- पलटू बाबू रोड - सन् 1971
Additional Information
- फणीश्वर नाथ रेणु हिंदी मे आंचलिक उपन्यासकार के जन्मदाता के रूप में प्रसिद्ध है |
- मैला आंचल इनका प्रथम और प्रमुख उपन्यास है जी इनकी ख्याति का आधार है |
- मैला आंचल का प्रकाशन १९५४ मे हुआ, इसमें बिहार के पूर्णिया जिले के मेरीगंज गाँव की कथा का वर्णन है |
रेणु की प्रमुख कृतियाँ -
- नोट - नागार्जुन रचना क्रम मे प्रथम आंचलिक उपन्यासकार है
उपन्यास Question 6:
जैनेन्द्र किस प्रकार के उपन्यासकार थे?
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 6 Detailed Solution
"जैनेन्द्र" को मनोविश्लेषणवादी उपन्यासकार कहा जाता है। अतः उपरोक्त विकल्पों में से विकल्प (4) मनोविश्लेषणवाद ही सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
- जैनेंद्र कुमार को हिंदी में "मनोविश्लेषणवादी उपन्यास का जनक" माना जाता है।
- जैनेंद्र कुमार के उपन्यासों का मूल विषय काम-पीड़ा एवं अहं का समर्पण है।
- जैनेन्द्र कुमार प्रेमचंदोत्तर उपन्यासकारों में जैनेंद्रकुमार (2 जनवरी, 1905- 24 दिसंबर, 1988) का विशिष्ट स्थान है।
- वह हिंदी उपन्यास के इतिहास में मनोविश्लेषणात्मक परंपरा के प्रवर्तक के रूप में मान्य हैं।
- जैनेंद्र अपने पात्रों की सामान्यगति में सूक्ष्म संकेतों की निहिति की खोज करके उन्हें बड़े कौशल से प्रस्तुत करते हैं।
जैनेंद्र कुमार के उपन्यास निम्नलिखित हैं:-
- डॉक्टर गोपाल राय के अनुसार "इलाचंद्र जोशी को हिंदी में मनोवैज्ञानिक उपन्यास का पुरस्कर्ता" माना जा सकता है।
- इलाचंद्र जोशी मनोविश्लेषणवादी उपन्यासकार हैं।
उपन्यास Question 7:
फ़्लैश बेक शैली में लिखा गया उपन्यास कौन सा है-
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 7 Detailed Solution
"फ्लैशबैक शैली" में लिखा गया उपन्यास "शेखर एक जीवनी" है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प 3 "शेखर एक जीवनी" सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- शेखर एक जीवनी उपन्यास अज्ञेय जी की रचना है।
- इसके दो भाग हैं। प्रथम भाग का प्रकाशन 1941 में तथा दूसरे भाग का प्रकाशन 1944 में हुआ।
- अज्ञेय जी का जन्म 1911 ईस्वी में हुआ था।
Additional Information
- एक बूँद सहसा उछली - यात्रा वृत्तांत - 1960ई
- अपने-अपने अजनबी - उपन्यास - 1961ई
- शेखर एक जीवनी - 1941, 1944ई
- नदी के द्वीप - 1951ई
उपन्यास Question 8:
‘मृगनयनी’ किसके द्वारा रचित है?
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 8 Detailed Solution
‘मृगनयनी’ वृन्दावन लाल वर्मा द्वारा रचित है।
मृगनयनी-
- रचनाकार-वृन्दावन लाल वर्मा
- प्रकाशन वर्ष-1950ई.
- विधा-उपन्यास
Key Pointsवृंदावनलाल वर्मा-
- जन्म-1889-1969ई.
- वृन्दावनलाल वर्मा हिन्दी के नाटककार तथा उपन्यासकार थे।
- उन्होंने प्रेमचंद की सामाजिक परंपरा को आगे बढ़ाया है तो दूसरी तरफ हिन्दी में ऐतिहासिक उपन्यास की धारा को उत्कर्ष तक पहुँचाया है।
- प्रमुख रचनाएँ-
- प्रत्यागत (1927 ई.)
- संगम (1928 ई.)
- प्रेम की भेट (1928 ई.)
- गढ़ कुंडार (1930 ई.)
- कुंडलीचक्र (1932 ई.)
- टूटे काँटे (1945 ई.) आदि।
Additional Informationरामधारी सिंह 'दिनकर-
- जन्म-1908-1974ई.
- हिंदी के प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे। आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं।
- 'दिनकर' स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के बाद 'राष्ट्रकवि' के नाम से जाने गये।
- प्रमुख रचनाएँ-
- हमारी संस्कृति (1956ई.)
- वेणुवन (1958ई.)
- उजली आग (1956ई.)
- राष्टभाषा और राष्ट्रीय एकता (1958ई.) आदि।
सोहन लाल द्विवेदी-
- जन्म-1906-1988ई.
- सोहन लाल द्विवेदी हिन्दी के प्रसिद्ध कवि थे।
- महात्मा गांधी के दर्शन से प्रभावित, द्विवेदी जी ने बालोपयोगी रचनाएँ भी लिखीं।
- 1969 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया था।
- प्रमुख रचनाएँ-
- भैरवी
- पूजागीत सेवाग्राम
- प्रभाती
- युगाधार
- कुणाल
- चेतना आदि।
श्याम नारायण पाण्डेय-
- जन्म-1907-1991ई.
- श्याम नारायण पाण्डेय वीर रस के सुविख्यात हिन्दी कवि थे।
- वह केवल कवि ही नहीं अपितु अपनी ओजस्वी वाणी में वीर रस काव्य के अनन्यतम प्रस्तोता भी थे।
- प्रमुख रचनाएँ-
- हल्दीघाटी
- जौहर
- तुमुल
- रूपान्तर
- आरती आदि।
उपन्यास Question 9:
प्रेमचंद किस प्रवृत्ति के उपन्यासकार हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 9 Detailed Solution
प्रेमचंद 'आदर्शोन्मुख यथार्थवादी प्रवृत्ति' के उपन्यासकार हैं। Key Points
आदर्शवाद - आदर्शवाद उन विचारों और मान्यताओं की समेकित विचारधारा है, जिनके अनुसार इस जगत की समस्त वस्तुएँ विचार या चेतना की अभिव्यक्ति है। सृष्टि का सारतत्त्व जड़ पदार्थ नहीं अपितु मूल चेतना है।
यथार्थवाद - यथार्थवाद विचारधारा उस वस्तु एवं भौतिक जगत को सत्य मानती है, जिसका हम ज्ञानेन्द्रियों द्वारा प्रत्यक्ष अनुभव करते हैं। पशु, पक्षी, मानव, जल थल, आकाश इत्यादि सभी वस्तुओं का हम प्रत्यक्षीकरण कर सकते हैं, इसलिए ये सभी सत्य हैं, वास्तविक हैं।
आदर्शोन्मुख यथार्थवादी -आदर्शोन्मुख यथार्थवाद में यथार्थ का चित्रण करते हुए भी आदर्श की स्थापना पर बल दिया जाता था। इस प्रवृत्ति की ओर प्रथम महत्त्वपूर्ण संकेत प्रेमचन्द का है।
Additional Information
- धनपत राय श्रीवास्तव को प्रेमचंद के नाम से जानते है।
- प्रेमचंद जी ने हिंदी उपन्यास और कहानी विधा को नया मोड़ दिया। उनकी रचनाएँ सामाजिक यथार्थ से साहित्य को जोड़ती है।
- हिंदी में सामाजिक उपन्यासों का आधुनिक अर्थ में सूत्रपात प्रेमचंद (1880-1936) से हुआ।
- "सेवासदन', "रंगभूमि', "कायाकल्प', "गबन', "निर्मला', "गोदान', आदि प्रसिद्ध उपन्यास हैं, जिनमें ग्रामीण वातावरण का उत्तम चित्रण है।
- उनके उपन्यास हिंदी में आधुनिक सामाजिक सुधारवादी विचारधारा का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- प्रेमचंद आदर्शोन्मुख यथार्थवादी प्रवृत्ति के उपन्यासकार हैं।
उपन्यास Question 10:
'अधखिला फूल' किसके द्वारा रचित उपन्यास है?
Answer (Detailed Solution Below)
उपन्यास Question 10 Detailed Solution
'अधखिला फूल 'अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध'' द्वारा रचित उपन्यास है।
- प्रकाशन वर्ष : 1907
Key Points
- चोखे चौपदे मुक्तक काव्य श्रेणी का श्रेष्ठ काव्य है, इसके लेखक भी अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' है।
- अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' की अन्य रचनाएँ-
- - चोखे चौपदे, चुभते चौपदे, कल्पलता, बोलचाल, पारिजात और हरिऔध सतसई मुक्तक काव्य
- उपन्यास - ठेठ हिंदी का ठाठ और अधखिला फूल
- महाकाव्य - प्रियप्रवास, वैदेही वनवास
Additional Information
अन्य विकल्प-
- कनुप्रिया - धर्मवीर भारती
- पथिक - रामनरेश त्रिपाठी