रेखाचित्र MCQ Quiz in தமிழ் - Objective Question with Answer for रेखाचित्र - இலவச PDF ஐப் பதிவிறக்கவும்
Last updated on Mar 14, 2025
Latest रेखाचित्र MCQ Objective Questions
Top रेखाचित्र MCQ Objective Questions
रेखाचित्र Question 1:
'अतीत के चलचित्र' किसकी कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 1 Detailed Solution
महादेवी वर्मा की रचना 'अतीत के चलचित्र' है।
- महादेवी वर्मा छायावाद की प्रमुख कवियित्रि हैं।
- इनकी अन्य रचनाएँ- नीहार, नीरजा, सांध्यगीत आदि हैं।
- महादेवी वर्मा (26 मार्च 1907 — 11 सितंबर 1987)
- उन्हें "आधुनिक मीरा" के नाम से भी जाना जाता है।
- कवि निराला ने उन्हें “हिन्दी के विशाल मन्दिर की सरस्वती” भी कहा है।
- 27 अप्रैल 1982 को "ज्ञानपीठ पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
- विधा :- रेखाचित्र
रेखाचित्र Question 2:
इनमे से कौनसा रेखाचित्र माटी की मूरते में संकलित नही है-
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 2 Detailed Solution
"शशि रेखा चित्र", "माटी की मूरतें" में संकलित नहीं है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (4) शशि सही है तथा अन्य विकल्प असंगत है।
Key Points
- माटी की मूरतें 1946 में प्रकाशित रामवृक्ष बेनीपुरी द्वारा रचित रेखाचित्र-संकलन है।
- माटी की मूरतें नामक भूमिका के अतिरिक्त 12 रेखाचित्र हैं।
रेखाचित्र Question 3:
महादेवी वर्मा कृत रेखाचित्र नीलकंठ में लेखिका ने किस पक्षी का नाम नीलकंठ रखा था?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है मोर।
- रेखाचित्र की निम्न पंक्ति से यह स्पष्ट है:
- नीलाभ ग्रीवा के कारण मोर का नाम रखा गया नीलकंठ और उसकी छाया के सामान रहने के कारण मोरनी का नामकरण हुआ राधा।
Key Points
- नीलकंठ महादेवी वर्मा कृत रेखाचित्र है।
- इसमें लेखिका ने अपने द्वारा लाये हुए एक मोर के जोड़े की कहानी बताई है।
- मोर की गर्दन नीली थी अतः उसका नाम लेखिका ने नीलकंठ रखा और मोरनी का नाम राधा रखा।
- लेखिका को पशु पक्षियों का शौक था।
- इस रेखाचित्र में वे अपने बाड़े में रहने वाले अनेक पशु पक्षियों व उनके आपसी सम्बन्ध का वर्णन करती हैं।
- उन्होंने पक्षियों के विभिन्न स्वभावों का दृश्य इसमें सजीव किया है।
- नीलकंठ के मरने के बाद राधा का निश्चेष्ट हो जाना उनके अंदर की भावनाओं को दर्शाता है।
Additional Informationलेखिका परिचय:
- जन्म: 1908
- मृत्यु: 1987
- ये छायावाद के चार प्रमुख स्तम्भों में एकमात्र कवियित्री थीं।
- प्रमुख कृतियां:
- काव्य संग्रह: नीहार, रश्मि, नीरजा, सांध्यगीत, दीपशिखा, प्रथम आयाम, अग्निरेखा।
- रेखाचित्र: अतीत के चलचित्र, स्मृति की रेखाएं।
- संस्मरण: पथ के साथी, मेरा परिवार।
- निबन्ध: श्रंखला की कड़ियाँ, साहित्यकार की आस्था तथा अन्य निबन्ध।
- प्रमुख पुरस्कार एवं सम्मान: पद्म भूषण(1956 ), ज्ञानपीठ पुरस्कार(1982 ), पद्म विभूषण(1988)
Important Pointsरेखाचित्र:
- रेखाचित्र शब्द अंग्रेजी शब्द 'स्केच' का हिंदी अनुवाद है।
- इस विधा में क्रम्बद्धता का ध्यान रखकर किसी व्यक्ति या सजीव प्राणी की चाल ढाल या स्वाभाव की विशेषताओं का सजीव चित्रण किया जाये।
रेखाचित्र Question 4:
यतींद्र मिश्र का जन्म कहाँ हुआ था?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 4 Detailed Solution
दिए गए पाठ के अनुसार, यतींद्र मिश्र का जन्म 'अयोध्या, उत्तर प्रदेश' में हुआ था।
Key Points
अन्य विकल्पों की व्याख्या:
- बलिया, उत्तर प्रदेश: यह गलत है।पाठ में यतींद्र मिश्र का जन्म स्थान अयोध्या बताया गया है।
- आजमगढ़, उत्तर प्रदेश: यह गलत है। पाठ में यतींद्र मिश्र का जन्म स्थान अयोध्या बताया गया है।
- कानपुर, उत्तर प्रदेश: यह गलत है। पाठ में यतींद्र मिश्र का जन्म स्थान अयोध्या बताया गया है।
रेखाचित्र Question 5:
"सांवले सपनों की याद में" लेखक ने सालिम अली को प्रकृति की दुनिया के टापू न कहकर ______ कहा है?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 5 Detailed Solution
- सही उत्तर है अथाह सागर।
- रचना लेखक जाबिर हुसैन द्वारा अपने मित्र सालिम अली की याद में लिखा गया संस्मरण है।
Key Points
- सालिम अली प्रकृति को पूरी तरह समर्पित थ।
- पक्षियों के लिए उनका प्रेम तो जग जाहिर है।
- सालिम अली अपने काम की धुन में सबकुछ भूल जाते थे।
- अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए वे किसी भी हद तक जा सकते थे
Important Points
- सालिम अली ने अपनी आत्मकथा का नाम रखा था 'फॉल ऑफ ए स्पैरो
रेखाचित्र Question 6:
निम्नलिखित रेखाचित्र संग्रहों का कालक्रमानुसार सही क्रम है :
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 6 Detailed Solution
रेखाचित्र संग्रहों का कालक्रमानुसार सही क्रम है- अतीत के चलचित्र, रेखाएँ बोल उठीं, गेहूँ और गुलाब, दीप जले शंख बजे
Key Pointsअतीत के चलचित्र-
- रचनाकर- महादेवी वर्मा
- विधा- रेखाचित्र
- प्रकाशन वर्ष- 1941 ई.
- मुख्य पात्र- रामा, भाभी, बिन्दा, सबिया, बिट्टो आदि।
- विषय-
- इनमें उनके अपने जीवन की विविध घटनाओं तथा चरित्र के विभिन्न पहलुओं का प्रत्यारोपण अनायास ही हुआ है।
रेखाएँ बोल उठीं-
- रचनाकर- देवेन्द्र सत्यार्थी
- विधा- रेखाचित्र
- प्रकाशन वर्ष- 1949 ई.
गेहूँ और गुलाब-
- रचनाकर- रामवृक्ष बेनीपुरी
- विधा- रेखाचित्र
- प्रकाशन वर्ष- 1950 ई.
- मुख्य पात्र- गेहूँ, गुलाब आदि।
- विषय-
- लेखक ने गेहूँ को भौतिक, आर्थिक एवं राजनैतिक प्रगति और गुलाब को मानसिक अर्थात् सांस्कृतिक प्रगति का प्रतीक माना है।
दीप जले शंख बजे-
- रचनाकर- कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर'
- विधा- रेखाचित्र
- प्रकाशन वर्ष- 1958 ई.
- विषय-
- व्यक्ति साधन और शक्ति के कारण नहीं बल्कि साधना और भक्ति के सफल हुए और इस जगत में देदीप्यमान हुए हैं।
Important Pointsमहादेवी वर्मा-
- जन्म- 1907-1987 ई.
- हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं।
- वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं।
- अन्य रेखाचित्र-
- स्मृति की रेखाएं (1943 ई.)
- स्मारिका (1971 ई.)
- मेरा परिवार (1972 ई.)
देवेन्द्र सत्यार्थी-
- जन्म- 1908- 2003 ई.
- हिंदी, उर्दू और पंजाबी भाषाओं के विद्वान तथा साहित्यकार थे।
- उनका मूल नाम देवेन्द्र बत्ता था।
- अन्य रेखाचित्र-
- क्या गोरी क्या सांवरी (1950 ई.)
रामवृक्ष बेनीपुरी-
- जन्म- 1899-1968 ई.
- भारत के प्रसिद्ध उपन्यासकार, कहानीकार, निबंधकार और नाटककार थे।
- अन्य रेखाचित्र-
- लाल तारा (1937-39 ई.)
- माटी की मूरतें (1946 ई.)
- मील के पत्थर (1957 ई.)
कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर'-
- जन्म- 1906-1995 ई.
- ये हिन्दी के जाने-माने निबंधकार थे।
- अन्य रेखाचित्र-
- नयी पीढ़ी, नये विचार(1950 ई.)
- ज़िन्दगी मुस्करायी (1954 ई.)
- माटी हो गयी सोना (1957 ई.)
रेखाचित्र Question 7:
'माटी की मूरतें' के रचनाकार कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 7 Detailed Solution
- रामवृक्ष बेनीपुरी के रेखा चित्र :-
- माटी की मूरतें (1946), गेहूं और गुलाब (1950), लाल तारा (1938), मील के पत्थर
- अत: माटी की मूरते :- रामवृक्ष बेनीपुरी
Key Points
- रामवृक्ष बेनीपुरी (23 दिसंबर, 1899 - 7 सितंबर, 1968)
- उनके सम्मान में बिहार सरकार द्वारा वार्षिक अखिल भारतीय रामवृक्ष बेनीपुरी पुरस्कार दिया जाता है।
- विधा :- संस्मरण तथा निबंध
Additional Information
- रामवृक्ष बेनीपुरी जी.के "संस्मरण तथा निबन्ध":-
- पतितों के देश में -1930-33
- चिता के फूल -1930-32
- लाल तारा -1937-39
- कैदी की पत्नी -1940
- माटी -1941-45
- गेहूँ और गुलाब - 1948–50
- जंजीरें और दीवारें
- उड़ते चलो, उड़ते चलो
- मील के पत्थर
रेखाचित्र Question 8:
'अतीत के चलचित्र' किसकी रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 8 Detailed Solution
'अतीत के चलचित्र' रचना है- महादेवी वर्मा अन्य सभी विकल्प असंगत है।
Key Pointsअतीत के चलचित्र -
- रचनाकार - महादेवी वर्मा
- विधा - रेखाचित्र
- प्रकाशन वर्ष - 1941 ई.
- विषय - दलित संवेदना की अभिव्यक्ति
Important Pointsमहादेवी वर्मा -
- जन्म- 1907 - 1987 ई.
- हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं।
- वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों[क] में से एक मानी जाती हैं।
- मुख्य रचनाएँ (कविता) -
- नीहार (1930 ई.)
- रश्मि (1932 ई.)
- नीरजा (1934 ई.)
- सांध्यगीत (1936 ई.)
- दीपशिखा (1942 ई.) आदि।
- रेखाचित्र -
- अतीत के चलचित्र (1941)
- स्मृति की रेखाएं (1943)
Additional Informationसुमित्रानंदन पंत-
- जन्म - 1900 - 1977 ई.
- हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार स्तंभों में से एक हैं।
- मुख्य रचनाएँ (कविता) -
- वीणा (1919)
- पल्लव (1926)
- युगांत (1937)
- युगपथ (1949)
- चिदंबरा (1958)
- कला और बूढ़ा चाँद (1959) आदि।
मैथिलीशरण गुप्त-
- जन्म - 1886 - 1964 ई.
- हिन्दी साहित्य के इतिहास में वे खड़ी बोली के प्रथम महत्त्वपूर्ण कवि हैं।
- उन्हें साहित्य जगत में 'दद्दा' नाम से सम्बोधित किया जाता था।
- मुख्य रचनाएँ (कविता) -
- साकेत (1931 ई.)
- रंग में भंग (1909 ई.)
- भारत-भारती (1912 ई.)
- पंचवटी (1925 ई.)
- यशोधरा (1932 ई.)
- द्वापर (1936 ई.) आदि।
जयंशकर प्रसाद-
- जन्म- 1889-1937 ई.
- हिन्दी कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे।
- मुख्य रचनाएँ (कविता) -
- प्रेम-पथिक (1909 ई.)
- कानन कुसुम (1913 ई.)
- झरना (1918 ई.)
- आँसू (1925 ई.)
- लहर (1934 ई.)
- कामायनी (1936 ई.) आदि।
रेखाचित्र Question 9:
निम्न में से कौन-सी रचना रेखाचित्र है?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 9 Detailed Solution
रेखाचित्र है- दीप जले शंख बजे
Key Pointsदीप जले शंख बजे-
- रचनाकार- कन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर'
- प्रकाशन वर्ष- 1959 ई.
Important Pointsकन्हैयालाल मिश्र 'प्रभाकर'-
- अन्य रेखाचित्र- माटी हो गई सोना
Additional Informationठेले पर हिमालय -
- रचनाकार- धर्मवीर भारती
- विधा- संस्मरण
रेखाएं और संस्मरण-
- रचनाकार- क्षेमचंद्र सुमन
- विधा- संस्मरण
- प्रकाशन वर्ष- 1975 ई.
अंतिम अध्याय -
- रचनाकार- पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी
- विधा- संस्मरण
- प्रकाशन वर्ष- 1972 ई.
रेखाचित्र Question 10:
बालगोबिन भगत आत्मा परमात्मा के बीच कौन सा संबंध मानते थे?
Answer (Detailed Solution Below)
रेखाचित्र Question 10 Detailed Solution
- बालगोबिन भगत रामवृक्ष_बेनीपुरी की रेखाचित्र विधा की रचना है।
Key Points
- कबीर पंथी आत्मा विरहनि तथा परमात्मा को प्रेमी मानती हैं।
- अतः बालगोविन् भगत भी आत्मा परमात्मा को प्रेमी प्रेमिका मानते हैं ।
Additional Information
- जन्म -1899 मुजफ्फरपुर
- मृत्यु-1968 मुजफ्फरपुर
- राजनैतिक पार्टी - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
- रचनाएँ - माटी की मूर्ति ,पतितों के देश में ,चिता के फूल,लाल तारा ,कैदी की पत्नी ,माटी,गेहूँ और गुलाब, जंजीरें और दीवारें
- नाटक -अम्बपाली, सीता की माँ ,संघमित्रा -1948-50अमर ज्योति ,तथागत,सिंहल विजय शकुन्तला, रामराज्य, नेत्रदान गाँव के देवता
- इनका जन्म २३ दिसंबर, 1899 को उनके पैतृक गाँव मुजफ्फरपुर जिले (बिहार) के बेनीपुर गाँव के एक भूमिहर ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उसी के आधार पर उन्होंने अपना उपनाम 'बेनीपुरी' रखा था।
Important Points
- रामवृक्ष बेनीपुरी साप्ताहिक मासिक पत्रिकाओं का भी सम्पासदन करते थे जैसे - तरुण भारत,किसान मित्र तथा जनता आदि।
- इन्हे "कलम का जादूगर" भी कहा जाता है।