कवि और रचना MCQ Quiz in मराठी - Objective Question with Answer for कवि और रचना - मोफत PDF डाउनलोड करा
Last updated on Mar 20, 2025
Latest कवि और रचना MCQ Objective Questions
Top कवि और रचना MCQ Objective Questions
कवि और रचना Question 1:
इनमें से कौन-सी रचना जयशंकर प्रसाद की नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 1 Detailed Solution
अनामिका रचना जयशंकर प्रसाद की नहीं है।
- अनामिका निराला की रचना है।
निराला के काव्यसंग्रह
- अनामिका (1923), परिमल (1930), गीतिका (1936), अनामिका (द्वितीय) (1938)
- तुलसीदास (1938), कुकुरमुत्ता (1942), अणिमा (1943), बेला (1946)
- नये पत्ते (1946), अर्चना(1950), आराधना (1953), गीत कुंज (1954), सांध्य काकली (1969)
- अपरा (संचयन)
Additional Informatio
जयशंकर प्रसाद की रचनाएँ हैं-
- काव्य: झरना, आँसू, लहर, कामायनी, प्रेम पथिक।
- नाटक: स्कंदगुप्त, चंद्रगुप्त, ध्रुवस्वामिनी, जन्मेजय का नाग यज्ञ, राज्यश्री, अजातशत्रु, विशाख, एक घूँट, कामना, करुणालय, कल्याणी परिणय, अग्निमित्र, प्रायश्चित, सज्जन।
- कहानी संग्रह: छाया, प्रतिध्वनि, आकाशदीप, आँधी, इंद्रजाल।
- उपन्यास : कंकाल, तितली और इरावती।
कवि और रचना Question 2:
सबका निचोड़ लेकर तुम सुख से सूखे जीवन में।
बरसो प्रभात हिमकन-सा आँसू इस विश्व सदन में ।।
प्रस्तुत पंक्तियाँ निम्न में किस की हैं।
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 2 Detailed Solution
सबका निचोड़ लेकर तुम सुख से सूखे जीवन में।
बरसो प्रभात हिमकन-सा आँसू इस विश्व सदन में ।।
प्रस्तुत पंक्तियाँ जयशंकर प्रसाद की हैं।
- यह पंक्ति जयशंकर प्रसाद के आंसू काव्य से ली गई है।
- प्रकाशन वर्ष-1925ई.
Key Pointsजयशंकर प्रसाद-
- जन्म-1889-1937ई.
- हिन्दी के कवि, नाटककार, कहानीकार, उपन्यासकार तथा निबन्ध-लेखक थे।
- वे हिन्दी के छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
- प्रमुख रचनाएँ-
- प्रेमपथिक 1909
- झरना 1918
- आँसूं 1924
- करुणालय 1913
- चित्राधार 1918
- महाराणा का महत्त्व 1914 आदि।
Additional Informationमहादेवी वर्मा-
- जन्म-1907-1987ई.
- महादेवी वर्मा हिन्दी भाषा की कवयित्री थीं। वे हिन्दी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक मानी जाती हैं।
- आधुनिक हिन्दी की सबसे सशक्त कवयित्रियों में से एक होने के कारण उन्हें आधुनिक मीरा के नाम से भी जाना जाता है।
- प्रमुख रचनाएँ-
- नीहार 1930ई.
- रश्मि 1932ई.
- नीरजा 1934ई.
- अग्निरेखा 1990ई. आदि।
सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला'-
- जन्म-1899-1961ई.
- छायावाद के स्तम्भ एवं प्रसिद्ध कवि,कहानीकार एवं निबंधकार थे।
- प्रमुख रचनाएँ-
- बेला 1946ई.
- नये पत्ते 1946ई.
- अर्चना 1950ई.
- आराधना 1943ई. आदि।
सुमित्रानंदन पंत-
- जन्म-1900-1977ई.
- पंत छायावाद के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
- इस युग को जयशंकर प्रसाद, महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' और रामकुमार वर्मा जैसे कवियों का युग कहा जाता है।
- प्रमुख रचनाएँ-
- वीणा 1919ई.
- ग्रंथि 1920ई.
- युगवाणी 1938ई.
- ग्राम्या 1940ई.
- स्वर्णकिरण 1947ई. आदि।
कवि और रचना Question 3:
जयशंकर प्रसाद का आरम्भिक उपनाम क्या था ?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 3 Detailed Solution
जयशंकर प्रसाद का आरम्भिक उपनाम कलाधर था।
- जयशंकर प्रसाद 'कलाधर' उपनाम से ब्रजभाषा में कविताएँ लिखते थे।
Key Pointsजयशंकर प्रसाद-
- जन्म-1889-1937 ई.
- बाल्य नाम-झारखंडी
- छायावादी युग के महत्त्वपूर्ण कवि है।
- रचनाएँ-
- उर्वशी(1909 ई.)
- वन मिलन(1909 ई.)
- कानन कुसुम(1913 ई.)
- प्रेमपथिक(1913 ई.)
- चित्राधार(1918 ई.)
- झरना(1918 ई.)
- आँसू(1925 ई.) आदि।
Important Pointsमधुप-
- यह उपनाम मैथिलीशरण गुप्त का है।
- इन्होंने मधुप उपनाम से बांग्ला रचनाओं का अनुवाद किया।
रसिक-
- यह उपनाम सन्तकुमार टंडन 'रसिक' का है।
Additional Informationमैथिलीशरण गुप्त-
- जन्म-1886-1964 ई.
- द्विवेदी युगीन मुख्य रचनाकार है।
- रचनाएँ-
- रंग में भंग(1909 ई.)
- पंचवटी(1925 ई.)
- साकेत(1931 ई.)
- यशोधरा(1932 ई.)
- द्वापर(1936 ई.)
- जयभारत(1952 ई.) आदि।
कवि और रचना Question 4:
निम्नलिखित में से कौन-सी रचना सुमित्रानंदन पंत की नहीं है ?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 4 Detailed Solution
पथिक रचना सुमित्रानंदन पंत की नहीं है।
Key Points
- पथिक
- रचनाकार - रामनरेश त्रिपाठी।
- विधा - खण्ड काव्य
Important Points
रामनरेश त्रिपाठी द्वारा रचित अन्य रचनाएँ | मिलन (1918) पथिक (1920) मानसी (1927) स्वप्न (1929) |
Additional Information
सुमित्रानंदन पंत द्वारा रचित अन्य रचनाएँ |
ग्रन्थि(1920) गुंजन (1932), ग्राम्या (1940) युगांत (1936) स्वर्णकिरण (1947), कला और बूढ़ा चाँद (1958), लोकायतन (1964), चिदंबरा (1968), आदि। |
कवि और रचना Question 5:
'बादल-राग' के रचयिता है:
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 5 Detailed Solution
बादल राग कविता निराला जी की प्रसिद्ध कविताओं में से एक कविता है।
अत: सही विकल्प 3) निराला ही होगा।
'बादल राग' निराला जी की प्रसिद्ध कविता है। वे बादलों को क्रांतिदूत मानते हैं। बादल शोषित वर्ग के हितैषी हैं, जिन्हें देखकर पूँजीपति वर्ग भयभीत होता है।' बादल राग ' कविता 'परिमल' काव्य से ली गई है। निराला को वर्षा ऋतु अधिक आकृष्ट करती है, क्योंकि बादल के भीतर सृजन और ध्वंस की ताकत एक साथ समाहित है। बादल किसान के लिए उल्लास और निर्माण का अग्रदूत है तो मजदूर के संदर्भ में क्रांति और बदलाव।
कवि और रचना Question 6:
"चित्राधार" किस कवि की कृति है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 6 Detailed Solution
चित्राधार कृति जयशंकर प्रसाद की कृति है।
Key Pointsजयशंकर प्रसाद की प्रमुख रचनाएं:-
- कानन-कुसुम
- करूणालय,
- महाराणा का महत्व
- प्रेम-पथिक
- झरना आँसू
- लहर
- कामायनी और प्रसाद-संगीत।
Important Pointsजयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय:-
जन्म | 30 जनवरी 1889 वाराणसी उत्तर प्रदेश, भारत |
मृत्यु | 15 नवम्बर 1937 (उम्र 48) वाराणसी, भारत |
व्यवसाय | कवि,नाटककार,कहानीकार,उपन्यासकार |
Additional Information
कुछ महत्वपूर्ण रचनाएं सोहनलाल द्विवेदी:-
सुमित्रानंदन पंत:-
रामकुमार वर्मा:-
|
कवि और रचना Question 7:
'उर्वशी' महाकाव्य किस हिन्दी कवि की रचना है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 7 Detailed Solution
उर्वशी' महाकाव्य-4) रामधारी सिंह 'दिनकर' कवि की रचना है।
Important Points
- उर्वशी,(1961) राष्ट्रवाद और वीर रस प्रधान रचना है।
- इसके लिए 1972 में उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया गया।
Additional Information
- कवि ने प्रेम की छवियों को मनोवैज्ञानिक धरातल पर पहचाना है।
- पुरुरवा धरती पुत्र है और उर्वशी देवलोक से उतरी हुई नारी है।
- उर्वशी में भाषा की सादगी अलंकृति और आभिजात्य की चमक पहन कर आयी है।
कवि और रचना Question 8:
छायावाद को प्रतिबिम्बवाद किसने कहा?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 8 Detailed Solution
सही उत्तर है - 'रामविलास शर्मा' lKey Points
- रामविलास शर्मा ने छायावाद को प्रतिबिम्बवाद कहा l
- हिन्दी साहित्य के आधुनिक चरण मे द्विवेदी युग के पश्चात हिन्दी काव्य की जो धारा विषय वस्तु की दृष्टि से स्वच्छंद प्रेमभावना, पकृति मे मानवीय क्रिया कलापों तथा भाव-व्यापारों के आरोपण और कला की दृष्टि से लाक्षणिकता प्रधान नवीन अभिव्यंजना-पद्धति को लेकर चली, उसे छायावाद कहा गया।
छायावाद के प्रमुख स्तंभ है - महादेवी वर्मा, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, जयशंकर प्रसाद और सुमित्रानंदन पंत।
अन्य विकल्पों का विश्लेषण :-
- नन्ददुलारे वाजपेयी - नन्ददुलारे वाजपेयी हिन्दी के साहित्यकार, पत्रकार, सम्पादक, आलोचक और अंत में प्रशासक भी रहे।
- रामचन्द्र शुक्ल - आचार्य रामचन्द्र शुक्ल हिन्दी आलोचक, कहानीकार, निबन्धकार, साहित्येतिहासकार, कोशकार, अनुवादक, कथाकार और कवि थे।
- हजारी प्रसाद - हज़ारी प्रसाद द्विवेदी हिन्दी निबन्धकार, आलोचक और उपन्यासकार थे। इनमें से किसी ने भी छायावाद को प्रतिबिंबवाद का नाम नहीं दिया l
Additional Information
- रामविलास शर्मा (जन्म- 10 अक्टूबर, 1912, उचगाँव सानी, उन्नाव ज़िला, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 30 मई, 2000, भारत) आधुनिक हिन्दी साहित्य में सुप्रसिद्ध आलोचक, निबंधकार, विचारक एवं कवि थे।
- मुख्य रचनाएँ -
- 'प्रेमचन्द और उनका युग', 'भाषा साहित्य और संस्कृति', 'प्रगति और परम्परा', 'भाषा और समाज', 'निराला की साहित्य साधना' आदि।
कवि और रचना Question 9:
"परिवर्तन" कविता किस काव्य संग्रह में संकलित है?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 9 Detailed Solution
"परिवर्तन" कविता "पल्लव" काव्य संग्रह में संकलित है। अतः उपर्युक्त विकल्पों में से विकल्प (2) पल्लव सही है तथा अन्य विकल्प असंगत हैं।
Key Points
- पल्लव की रचना "सुमित्रानंदन पंत" ने की है।
- यह पंत जी का तीसरा काव्य संग्रह है।
- इसका प्रकाशन सन् 1928 ईस्वी में हुआ था।
- पल्लव सुमित्रानंदन पंत की काव्य प्रतिभा का गौरी शंकर है।
- सुमित्रानंदन पंत हिंदी साहित्य में छायावादी युग के चार प्रमुख स्तंभों में से एक हैं।
Additional Information
- हिंदी साहित्य सेवा के लिए सुमित्रानंदन पंत जी को दिए गए पुरस्कार निम्नलिखित हैं:-
- पद्मभूषण(1961)
- ज्ञानपीठ(1968)
- साहित्य अकादमी
- सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार
कवि और रचना Question 10:
‘युगांत’ के कवि कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
कवि और रचना Question 10 Detailed Solution
‘युगांत’ के कवि हैं - 'सुमित्रानंदन पंत'
- 'युगांत' प्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रानंदन पंत की रचना है।
- इनके काव्य संकलन 'युगांत' का प्रकाशन 1936 में हुआ।
- इस काव्य संग्रह में कवि मानव कल्याण के लिए प्रकृति को साधन माना है।
Key Pointsसुमित्रानंदन पंत का अन्य काव्य संग्रह:-
- वीणा (1927)
- पल्लव (1928)
- गुंजन (1932)
- युगवाणी (1939)
- ग्राम्या (1940)
- स्वर्ण किरण (1947)
- स्वर्णधूलि (1947)
- युगपथ (1948)
Additional Informationसूर्यकांत त्रिपाठी निराला का काव्य संग्रह:-
- अनामिका (1923)
- परिमल (1930)
- गीतिका (1936)
- तुलसीदास (1939)
- कुकुरमुत्ता (1942)
- अणिमा (1943)
- नये पत्ते (1946)
- गीत कुंज (1954)
जयशंकर प्रसाद का काव्य संग्रह:-
- प्रेम-पथिक (1909)
- चित्राधार (1918)
- कानन कुसुम (1913)
- झरना (1918)
- आँसू (1925)
- लहर (1935)
- कामायनी (1936)
रामनरेश त्रिपाठी का काव्य संग्रह:-
- मिलन (1918)
- पथिक (1920)
- मानसी (1927)
- स्वप्न (1929)