नाटकों के पात्र MCQ Quiz in বাংলা - Objective Question with Answer for नाटकों के पात्र - বিনামূল্যে ডাউনলোড করুন [PDF]
Last updated on Mar 23, 2025
Latest नाटकों के पात्र MCQ Objective Questions
Top नाटकों के पात्र MCQ Objective Questions
नाटकों के पात्र Question 1:
"उम्र इक्कीस के आसपास पतलून के अंदर दबी भड़कीली शर्ट चुल-पुल कर घिसी हुई चेहरे से, यहाँ तक कि हंसी से भी झलकती खास तरह की कड़वाहट" आधे अधूरे नाटक में यह परिचय किस पात्र के लिए दिया गया है?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 1 Detailed Solution
सही उत्तर है - अशोक।
- अशोक का परिचय नाटक के शुरू में बेटे के रूप में दिया गया है जिसमे लेखक ने लिखा है:-
- "उम्र इक्कीस के आसपास पतलून के अंदर दबी भड़कीली शर्ट चुल-पुल कर घिसी हुई चेहरे से, यहाँ तक कि हंसी से भी झलकती खास तरह की कड़वाहट"
Additional Informationआधे-अधूरे:-
- लेखक:- मोहन राकेश
- विधा:- नाटक
- प्रकाशन: 1969
- इसमें तीन स्त्री पात्र हैं तथा पाँच पुरुष पात्र।
- इनमें से चार पुरुषों की भूमिका एक ही पुरुष पात्र निभाता है।
नाटकों के पात्र Question 2:
आधे अधूरे नाटक का प्रारंभ किसके परिचय से होता है?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 2 Detailed Solution
सही उत्तर है - काले सूट वाला आदमी।
Key Points
- नाटक का प्रारंभ काले सूट वाले आदमी के परिचय के साथ होता है।
- इसमें वह बताता है कि यही पुरुष 1, पुरुष 2, पुरुष 3 तथा पुरुष 4 की भूमिकाओं में दिखेगा।
Important Pointsआधे-अधूरे:-
- लेखक:- मोहन राकेश
- विधा:- नाटक
- प्रकाशन: 1969
- इसमें तीन स्त्री पात्र हैं तथा पाँच पुरुष पात्र।
- इनमें से चार पुरुषों की भूमिका एक ही पुरुष पात्र निभाता है।
Additional Informationनाटक के प्रमुख पात्र:-
- सावित्री:- एक कामकाजी मध्यवर्गीय शहरी स्त्री
- काले कपड़ों वाला पुरुष चार रूपों में:-
- 1-महेंद्रनाथ(सावित्री का पति),
2-सिंघानिया(सावित्री का बॉस),
3-जगमोहन,
4-जुनेजा
- 1-महेंद्रनाथ(सावित्री का पति),
- बिन्नी :- सावित्री की बड़ी बेटीअगला
- अशोक:- सावित्री का बेटा
- किन्नी:- सावित्री की छोटी बेटी
- मनोज:- बिन्नी का पति (मात्र संवादों में उल्लेखनीय)
नाटकों के पात्र Question 3:
ध्रुवस्वामिनी नाटक में कोमा के धर्म पिता कौन हैं?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 3 Detailed Solution
सही उत्तर है - मिहिरदेव।
Key Points
- मिहिरदेव शकराज के आचार्य और कोमा के धर्म पिता हैं।
- कोमा शकराज से प्रेम करती है।
Important Points ध्रुवस्वामिनी:-
- लेखक:- जयशंकर प्रसाद।
- विधा:- नाटक।
- मूल विषय:- नारी समस्या।
- प्रमुख पात्र:- ध्रुवस्वामिनी, चन्द्रगुप्त, रामगुप्त, शिखरस्वामी, शकराज, मिहिरदेव, कोमा, मन्दाकिनी।
नाटकों के पात्र Question 4:
भारत दुर्दशा का नाटक का पात्र नहीं है -
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 4 Detailed Solution
सही उत्तर है - विनाश।
Key Points
- भारत दुर्दशा नाटक में विनाश नामक कोई पात्र नहीं है।
- भारत दुर्दशा नाटक के प्रमुख पात्र:-
- भारत, भारत दुर्दैव, भारत भाग्य, अन्धकार, मदिरा, आलस्य, आशा, सत्यानाश फौजदार, निर्लज्जता,सभापति, इत्यादि।
नाटकों के पात्र Question 5:
निम्न में से कौन ध्रुवस्वामिनी नाटक का पात्र नहीं है?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 5 Detailed Solution
सही उत्तर है - समुद्रगुप्त।
Key Points
- 'ध्रुवस्वामिनी' नाटक जयशंकर प्रसाद द्वारा कृत है।
- प्रकाशन वर्ष-1933 ई.
- यह नाटक 3 अंकों में विभक्त है तथा इसमें स्त्री-पुनर्विवाह का चित्रण किया गया है।
- साथ ही स्त्री-पात्रों की सशक्तिकरण का चित्रण भी किया गया है।
- पात्र:
- पुरुष पात्र-चन्द्रगुप्त,रामगुप्त,शिखरस्वामी,शकराज आदि।
- स्त्री पात्र-ध्रुवस्वामिनी,मन्दाकिनी,कोमा आदि।
नाटकों के पात्र Question 6:
आधे अधूरे नाटक में अशोक की प्रेयसी का नाम क्या है?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 6 Detailed Solution
सही उत्तर है - वर्णा।
Key Points
- नाटक में छोटी लड़की के संवाद से यह ज्ञात होता है।
Additional Information आधे-अधूरे:-
- लेखक:- मोहन राकेश
- विधा:- नाटक
- प्रकाशन: 1969
- इसमें तीन स्त्री पात्र हैं तथा पाँच पुरुष पात्र।
- इनमें से चार पुरुषों की भूमिका एक ही पुरुष पात्र निभाता है।
नाटकों के पात्र Question 7:
किसी माने में नहीं। मैं इस घर में एक रबड़ स्टैंप भी नहीं, सिर्फ एक रबड़ का टुकड़ा हूँ- बार-बार घिसा जानेवाला रबड़ का टुकड़ा। आधे अधूरे नाटक में यह संवाद किसका है?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 7 Detailed Solution
सही उत्तर है - पुरुष एक।
Key Points
- दिया गया संवाद सावित्री के पति का है।
- सावित्री का पति ही पुरुष एक है।
Important Pointsआधे-अधूरे:-
- लेखक:- मोहन राकेश
- विधा:- नाटक
- प्रकाशन: 1969
- इसमें तीन स्त्री पात्र हैं तथा पाँच पुरुष पात्र।
- इनमें से चार पुरुषों की भूमिका एक ही पुरुष पात्र निभाता है।
नाटकों के पात्र Question 8:
आधे अधूरे नाटक में नायिका सावित्री को "कुकू" निकनेम किसने दिया था?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 8 Detailed Solution
- आधे अधूरे नाटक में जगमोहन ने नायिका सावित्री को "कुकू" निकनेम दिया था।
- निकनेम का अर्थ है - प्यार से पुकारा जाने वाला नाम।
नाटकों के पात्र Question 9:
"मैं पुरुष हूँ ?नहीं मैं अपनी आँखों से अपना वैभव और अधिकार दूसरों को अन्याय से छींटा देख रहा हूँ और मेरी वाग्दत्ता पत्नी मेरी अनुत्साह से मेरी नहीं रही।" ध्रुवस्वामिनी नाटक में यह कथन किसका है?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 9 Detailed Solution
सही उत्तर है - चन्द्रगुप्त।
Key Points
- 'ध्रुवस्वामिनी' नाटक जयशंकर प्रसाद द्वारा कृत है।
- प्रकाशन वर्ष-1933 ई.
- यह नाटक 3 अंकों में विभक्त है तथा इसमें स्त्री-पुनर्विवाह का चित्रण किया गया है।
- साथ ही स्त्री-पात्रों की सशक्तिकरण का चित्रण भी किया गया है।
- पात्र:
- पुरुष पात्र-चन्द्रगुप्त,रामगुप्त,शिखरस्वामी,शकराज आदि।
- स्त्री पात्र-ध्रुवस्वामिनी,मन्दाकिनी,कोमा आदि।
नाटकों के पात्र Question 10:
"जिसकी आत्मा कमज़ोर हो, जिसे लालच, स्वार्थ ने घेर रखा हो वह इस बकरी से क्या पाएगा? भगवान के पास खाली हाथ न जाने का मतलब यही है। जो फूल लेकर जाता है वह स्वर्ग लेकर लौटता है। इसीलिए श्रद्धा देना जानती है। आप इस बकरी को जितना दें उतना कम है।"
उपर्युक्त संवाद ‘बकरी' नाटक में किसके द्वारा कहा गया है?
Answer (Detailed Solution Below)
नाटकों के पात्र Question 10 Detailed Solution
उपर्युक्त संवाद ‘बकरी' नाटक में सत्यवीर के द्वारा कहा गया है।
Key Pointsबकरी-
- रचनाकार- सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
- विधा- नाटक
- प्रकाशन वर्ष- 1974 ई.
- पात्र-
- नट और नटी
- भिश्ती
- दुर्जन सिंह
- कर्मवीर सिंह
- सत्यवीर
- विपती( एक गरीब स्त्री जिसकी बकरी चोरी होती है)
- सिपाही
- काका – काकी
- विषय-
- आधुनिक राजनीतिक भ्रष्टाचार तथा नेताओं द्वारा गांधी के विचारों की बार-बार की जा रही हत्या का चित्रण है।
Important Pointsसर्वेश्वर दयाल सक्सेना-
- जन्म- 1927-1983 ई.
- यह तीसरा सप्तक के कवि है।
- नाटक-
- लड़ाई(1979)
- अब गरीबी हटाओ आदि।
- काव्य रचनाएँ-
- काठ की घंटियाँ(1959 ई.)
- बाँस का पुल(1963 ई.)
- एक सुनी नाव(1966 ई.)
- कुआनो नदी(1973 ई.) आदि।