विद्यार्थिन∶ भाषाया∶ अधिग्रहणं कुर्वन्ति _____

This question was previously asked in
CTET January 2021 Paper 1 (L - I/II: Hindi/English/Sanskrit/Bengali/Marathi) (Hinglish Solution)
View all CTET Papers >
  1. तस्‍या∶ भाषाया∶ प्रयोक्‍तृणां संस्‍कृतिविषये ज्ञात्‍वा। 
  2. सामाजिकविनिमयात्‍मकवातावरणे भाषाया∶ व्‍यवहारं कृत्‍वा।
  3. भाषाया∶ संरचनाया∶ विश्‍लेषणं कृत्‍वा।
  4. तस्‍या∶ भाषाया∶ साहित्‍यस्‍य अध्‍ययनं कृत्‍वा।

Answer (Detailed Solution Below)

Option 2 : सामाजिकविनिमयात्‍मकवातावरणे भाषाया∶ व्‍यवहारं कृत्‍वा।
Free
CTET CT 1: TET CDP (Development)
74.3 K Users
10 Questions 10 Marks 8 Mins

Detailed Solution

Download Solution PDF

प्रश्न अनुवाद - विद्यार्थी भाषा का अधिग्रहण करते हैं _________।

स्पष्टीकरण भाषा अधिग्रहण एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिससे मनुष्य भाषा को ग्रहण कर उसे स्वाभाविक रूप से समझने की क्षमता को अर्जित करता है और फिर संवाद में उस भाषा का प्रयोग करता है। भाषा का अधिग्रहण करने के लिये पुस्तक और व्याकरण की आवश्यकता नहीं होती है। इसमें आस-पास के वातावरण और लोगों के माध्यम से स्वाभाविक रूप से भाषा अर्जित की जाती है। इसे भाषा अर्जन भी कहते हैं।

चॉम्स्की के अनुसार – "भाषा अर्जन की क्षमता बालकों में जन्मजात होती है और वह भाषा की व्यवस्था को पहचानने की शक्ति के साथ पैदा होता है।"

भाषा के अधिग्रहण में संवाद की बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। बालक जिस प्रकार संवाद करते हुये देखता है, वैसे ही दूसरो से संवाद करता है। जैसे कि बालक बाल्यावस्था में अपने परिवार के साथ अधिक समय व्यतीत करता है। वह अपने परिवार में अपने माता-पिता तथा बडे़ बुजुर्गों को आपस में जिस प्रकार भाषा का व्यवहार करते हुये देखता है, वैसे ही भाषा अर्जित करता है। आस-पास के लोग जो भी बात करते हैं, उनके वाक्यों को बालक बिना अर्थ जाने दोहराता है। वह भाषा के जिस रूप को बार बार सुनता है, वही उसे याद हो जाते हैं और उसी रूप को वह अपने व्यवहार में प्रयोग करने लगता है। इसमें बालक ने सामाजिक रूप से भाषा को समझा और वैसे ही व्यवहार करने लगा। अतः सामाजिक विनिमयात्मक वातावरण में भाषा का व्यवहार करके ही बालक भाषा का अधिग्रहण करते हैं, यह स्पष्ट होता है।

Additional Information

अन्य विकल्पों का विश्लेषण -

  • तस्‍या∶ भाषाया∶ प्रयोक्‍तृणां संस्‍कृतिविषये ज्ञात्‍वा। - उस भाषा के प्रयोगकर्ता की संस्कृति विषय में जानकर​।
  • भाषाया∶ संरचनाया∶ विश्‍लेषणं कृत्‍वा। - भाषा का संरचना का विश्लेषण करके।​
  • तस्‍या∶ भाषाया∶ साहित्‍यस्‍य अध्‍ययनं कृत्‍वा। - उस भाषा के साहित्य का अध्ययन कर​के।

उपरोक्त तीनों विकल्प असंगत होंगे क्योंकि इसमें भाषा को प्राकृतिक रूप से, सहजता से अर्जित नहीं किया है। भाषा के नियमबद्ध अभ्यास के लिये यह विकल्प होने के कारण भाषा अधिग्रहण में इनका अंतर्भाव नहीं होता है। अपितु भाषा अधिगम में इसका अन्तर्भाव होता है। जो एक औपचारिक प्रक्रिया होती है।

Latest CTET Updates

Last updated on Apr 30, 2025

-> The CTET 2025 Notification (July) is expected to be released anytime soon.

-> The CTET Exam Date 2025 will also be released along with the notification.

-> CTET Registration Link will be available on ctet.nic.in.

-> CTET is a national-level exam conducted by the CBSE to determine the eligibility of prospective teachers.  

-> Candidates can appear for CTET Paper I for teaching posts of classes 1-5, while they can appear for CTET Paper 2 for teaching posts of classes 6-8.

-> Prepare for the exam with CTET Previous Year Papers and CTET Test Series for Papers I &II.

More भाषा अधिगम और भाषा अर्जन Questions

Get Free Access Now
Hot Links: teen patti master 2024 teen patti joy mod apk teen patti - 3patti cards game teen patti diya