Question
Download Solution PDFअधस्तनेषु किं भाषाधिग्रहणाधिगमयोः मूलभूतं पार्थक्यं वर्तते?
Answer (Detailed Solution Below)
Detailed Solution
Download Solution PDFप्रश्न का अनुवाद - निम्नलिखित में से क्या भाषार्जन और अधिगम में मूलभूत अन्तर है?
स्पष्टीकरण - विद्यार्थी द्वारा दो तरह से भाषा सीखी जा सकती है -
- भाषा अर्जन - इस प्रक्रिया में बालक सुनकर, बोलकर, भाषा ग्रहण करता है तथा निरंतर परिमार्जन करता रहता है।भाषा सीखने की प्रक्रिया में भाषा अर्जन की प्रक्रिया महत्त्वपूर्ण होती है। अर्जन में सामान्यतः अनुकरण की प्रवृत्ति दिखाई देती है।
- भाषा अधिगम - अधिगम शब्द दो शब्द के मेल से बना है 'अधि' तथा 'गम'। यहाँ 'अधि' का अर्थ है 'भली प्रकार' तथा 'गम' का अर्थ है 'जानना'। अर्थात किसी बात या विषय के समीप अच्छी तरह जाना और उसकी भली भांति जानकारी प्राप्त करना।
Important Pointsभाषा अर्जन एवं भाषा अधिगम में स्थित मुलभूत अन्तर-
विद्यार्थी भाषा अधिगम और भाषार्जन इन दोनों ही प्रकार से भाषा अधिग्रहण करते है परन्तु इन दोनों में मुख्यत: जो अन्तर है वह बच्चा किस स्थिति में किससे सम्पर्क में आता है और किस परिस्थिति में अथवा किस साधन के माध्यम से भाषा ग्रहण करता है यही इसका मुलभुत उद्देश होता है। इसलिए
भाषा अर्जन एक ऐसी प्रक्रिया है। जिसके अंतर्गत हम अपने आस पास के वातावरण, माता पिता और अपने से बड़ो व्यक्तियों के सम्पर्क में रहकर भाषा को सीखते है। यह एक प्राकृतिक प्रकिया है। इसके लिए कोई औपचारिक साधन की आवश्यकता नही पड़ती है। यह एक प्रकार से मातृ भाषा या क्षेत्रीय भाषा होती है। इसे भाषा प्रथम के नाम से भी जानते है।
भाषा अधिगम जिन भाषाओ को सीखने के लिए हम औपचारिक साधनों का प्रयोग करते है। साथ ही साथ जिसे सीखने के लिए नियम और ग्रामर होती है। उसे भाषा अधिगम कहते है।इसे भाषा द्वितीय के नाम से जानते है। इसके अंतर्गत क्षेत्रीय भाषा के अलावा अन्य भाषाएँ आदि जाती है। इसमे अंग्रेजी भाषा भी आ जाती है।
इस प्रकार स्पष्टीकरण से हमें ज्ञात होता है की, भाषार्जन और भाषा अधिगम में भाषा ग्रहण करने के जो विभिन्न तरीके होते है वही भाषार्जन और अधिगम में मूलभूत अन्तर है और इसी प्रक्रिया को भाषा का साम्मुख्यम् भी कहते है। भाषा का सम्पर्क- यह भाषा सीखने के महत्वपूर्ण प्रारंभिक वर्षों के दौरान बच्चों को आसानी से भाषा उपलब्ध कराने की प्रकिया है।
अत: भाषायाः साम्मुख्यम् (Exposure to Language) यह पर्याय उचित है।
Key Points
भाषा अर्जन एवं भाषा अधिगम दोनों में संवाद (अनुवाद) सबसे पहले तथा अनिवार्य होता है। अतः यह कथन पूर्णतः गलत है कि भाषा अर्जन एवं भाषा अधिगम में अनुवाद का उपयोग नहीं किया जाता है।
भाषा अर्जन परिभाषा - चॉम्स्की के अनुसार –‘भाषा अर्जन की क्षमता बालकों में जन्मजात होती है तथा वह भाषा को पहचानने की शक्ति के साथ ही पैदा हो में हैं।
- यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
- इसे हम अपने आस पास के वातावरण द्वारा सीख लेते हैं।
- यह अनौपचारिक शिक्षण कहलाता है।
भाषा अधिगम परिभाषा - चॉम्स्की के अनुसार- 'बालकों में भाषा सीखने की क्षमता जन्मजात होती है तथा भाषा मानव मस्तिष्क में पहले से ही सम्मिलित होती है।’
- यह एक कृत्रिम प्रक्रिया है।
- इसे सीखने के लिए विशेष स्थान (विद्यालय) की आवश्यकता होती है।
- यह मुख्य रूप से औपचारिक शिक्षण होता है।
Last updated on Apr 30, 2025
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